रात कि दिवार पर,
अफसाने बस यूं ही लिख दिये।
कुछ बादलों में गुम, तो कुछ तारे सा टूट गये ।
ना जाने कैसी किस्मत थी उन अफसानो कि,
जो बारिश बन यूं ही बरस गये?
कुछ दफन, तो कुछ नदी बन बह गये।
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Mangesh Shirali
(शब्दकिंकर #thewordgenie)
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Joined 21 August 2018
22 MAR 2020 AT 22:53
12 MAR 2020 AT 22:36
Two halves make one full
When one retracts, the other pulls
Complete they feel when they're together,
Otherwise none is better than a broken feather.
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7 MAR 2019 AT 10:46
हम
जब तक तारिख ना देखी,
तब तक सब ठिक था।
जब तक वक्त ना देखा,
तब तक सब ठीक था।
मुड गई नजर घड़ी पे
तो जैसे कांटे ही चुभ गये।
हम में हम ना रहे,
बस तुम ही रह गये।
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4 MAR 2019 AT 11:36
जिव-शिव ज्यास एकसमान
स्मशान पर्वत येथे निवासी
ऋषि रावण सर्वे मानिती तयासी
ज्ञानदाता ज्ञानमूर्ति
त्रस्त जीवास मिळे सर्वशांती
कर्पूर गौर करूणावतारी
तुज वीण शंकर मज कोण तारी.-
28 FEB 2019 AT 11:32
कुसुम, फळे, वेली.
अक्षयाच्या रंगी रंगली.
वृंदावनसम सुंदर ती, आनंदवनभूवनी...
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28 FEB 2019 AT 10:51
प्रेमळ तिचा सूर
अन मवाळ ते अक्षर
तेजोनिधी भास्कर समान जाज्वल्य,
भाषा मराठी सुंदर.-