चाहते तो तुझसे हजार
सवाल करते सनम
मगर हम खामोश रहना
बेहतर समझे!!!-
कोई शायर नही हूँ में
में तो सिर्फ अपने दुःख लिखता हूँ में
कोई नही है मेरा अपना
में तो सिर्फ आपकी वाह वाह में बिकता हूँ!!!-
नही रहा में काबिल किसी का जवाब देने को
बहुत सताया है अपनो ने
अब बिल्कुल तैयार नहीं हूँ मै
गमों का हिसाब देने को!!-
कब तक यूँ सफ़र अकेला रहेगा
खाव्हिशें बढ़ती रहेंगी खाली ये थेला रहेगा
और मैं थक चला हूँ दूर तक आते-आते
चलो मरते है फिर ना ये झमेला रहेगा !-
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है.-
कोई और इल्जाम है तो वो भी देते जाओ,
हम तो पहले से ही बुरे थे थोड़े और सही !!-
फरेबी भी हूँ, ज़िद्दी भी हूँ और पत्थर दिल भी हूँ,
मासूमियत खो दी है मैंने वफ़ा करते-करते !!-
नज़रे करम मुझ पर इतना न कर,
की तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं।-
*कोई ऐसा चश्मा दे दे अ-जिंदगी ,📌*
*मै बदलती दुनिया के रंग देख सकूँ ;🎯*-