जो हमारा दिल दुखाते रहे "अजनबी"
हमने उनकी खुशियों के लिए दुआएँ मांगी हैं-
मैं इक अच्छा इंसान बन नहीं पाया
एक अच्छे बेटे का किरदार निभा नही पाया,
जिससे इश्क़ किया उसे अपना बना नहीं पाया
हाँ ये सच है की मै कोई रिश्ता निभा नहीं पाया
😔🥀-
मेरे पास इतने सवालात हैं
कि तुम जवाब नही दे पाओगे
मत पूछना मेरे हालात
खुद को कभी माफ नही कर पाओगे-
इक शाम तुम्हारे नाम हो जाए
खो गया वो वक़्त फिर लौट आए
पल भर ही सही वो बात फिर से हो जाए-
अगर मुहब्बत इतनी आसान है चलो दोबारा करते हैं
पुराना जख्म भर गया है खुद को कोई नया जख्म देते हैं-
साझा कर लेते हैं गम अब हम दोनों
चलो दोस्ती का हक अदा करते हैं हम दोनो-
मुझसे ज्यादा उसको कोई और पसंद है
ये ज़िंदगी बता अब तेरा इरादा क्या है-
जितना हँसता हूँ मै उतना ही रोता हूँ
ये सच है की रातों मे कम सोता हूँ-
सच कहूँ तो मेरी किस्मत मे मुहब्बत है ही नही
मैं जिसका हो गया हूँ वो मेरा होता ही नहीं है-
तुम मुहब्बत की कसमें खा रहे हो
सच बताओ मेरे मरने की दुआ मांग रहे हो-