मेरा दिल बिखरा है आँसुओं की तरह
इस क़दर उस क़दर
न जाने कब कहाँ और बाक़ी है बिख़रना........-
Not sure till when & where it will go...
Its Just a express... read more
उसने पूछा इश्क़ की क़ीमत क्या है ??
मैंने कहा अब तलक दर्द मैं मुसकुराते फ़िरते हैं ...।-
तुम मेरी स्मृतियों में नमकीन जैसी हों....
वो बात अलग है समुंद्र की कल्पना
बिना नमकीन पानी के करना पाप हैं ।।-
दुनियां ना जानें हमसे क्या चाहती हैं....
दिल थोड़ कर हिमी का मुस्कुराना सिखाती हैं...
कुछ तो बात है मुझमें...
क़िस्मत हर बार तोड़ तराशना जानती हैं....!!-
एक ग़ज़ल उसकेे नाम ज़रूर लिखूंगा...
संग बिताई बला-ए-शाम-ए-'इश्क़ लिखूंगा...
दिलाें को थोड़...खेलना दस्तूर लिखूंगा....!!!-
एक अलग सरी सा दर्द है....
अब अश्रु नही आते नैनों में....
लम्बी सॉस लेता हूं और सेह्मत हो जाता हूं......!!-
ऐसा क्यों हुआ के ठीक उसके अलविदा कहने पर.....
समझ नहीं आया कैसे कहूं के कितना ज़रूरी है तू
इस जीवन रूपी संसार में मेरा साथ देने को....?
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मैं प्रेम में कुछ यूं डूबा
मेरी कश्ती कब डूबी पता ही ना चला.....!-