सच बोलते बोलते
दुनिया का परिचय हुआ
झूठ के बदौलत शान मिली
सच के बदौलत राख मिली-
शरण जाता तयाला तोची असे मज आधार
गुरू ही सबकुछ करवाता है
हम तो बस... read more
ज़रा सी मोहब्बत से बिगड़े रिश्ते बन जाते है
ज़रा सी मोहब्बत से टूटे दिल मिल जाते है
ज़रा सी मोहब्बत से अनजाने रिश्ते बुन जाते है
ज़रा सी मोहब्बत से पराए अपने लगने लगते है
ज़रा सी मोहब्बत से नफ़रत पिघलने लगी
ज़रा सी मोहब्बत से जीने की उम्मीद जागने लगी
ज़रा सी मोहब्बत से गम भुलाने ताकद मिलने लगी
ज़रा सी मोहब्बत से मंज़िल पाने की तड़प
जागने लगी
ज़रा सी मोहब्बत ही काफ़ी है ..... उम्र भर साथ निभाने के लिए
ज़रा सी मोहब्बत ही काफ़ी है..
उस पल को हसीन बनाने के लिए-
दिल की बात अधूरी रह गई
एक मुलाकात आखरी रह गई
मंजिल पहुचने का रास्ता धुँधला हो गया
जिंदगी का साथ निभाने सपना चूर हो गया-
बदनाम हूँ पूरे शहर में
तेरे मोहब्बत के नाम से
जिंदा रखा हैऔर साँसे चल रही है
संभाले हुए तेरे यादों से-
मसरूफियत कौन समझे
तुफान में राख हुए
दिल के टुकड़ों को
कौन ज़ोड पाए ??-
पैसा कमाना बहुत आसान होता है
मगर किसी के दिल में जगह बनना बहुत कठीन होता है ।।-
Kash thodi si koshish kar lete
To aaj woh kisi aur ke bahon mein nhi
meri bahon mein hoti-
दो दफ़ा मिलने आयी
जोरसें भीगा के फिर चली गयी
मोहब्बत इतनी है मुझसे
जब मन हो उसका मिलने आती है
बाँहों में भरकर फिर कहीं दूर चली जाती है
बस यही कहानी है
हर मौसम मिलने की
यही रवानाी है-
बहुत दिनों बाद याद आए हो
बीती बातों को साथ लाए हो
ख़ाली घर की दिवारें भी बोल पड़ती है
लेकिन तुम्हारे ज़मीर की आवाज़
शायद अब दबी सी लगती है
अब हमारी कमी महसूस हुई
इसलिए मिलने चले आए हो-