रास्ते मुश्किलों वाले अभी , पूरे खत्म नहीं हुए हैं l
बुरे वक्त में हंसने वालों, अभी हम जिंदा बचें हुए हैंl-
खेल हैं शतरंज की,
दांव पर लगी जिंदगी,
खेलने का है हुनर नहीं,
और चाल तो कभी चलें नहीं ,
अब भी अगर कहीं जीतूंगी मैं,
तो सून ले तूं ऐ जिन्दगी ,
राह है सच्ची मेरी,
क्योंकि चाल मुझे आती नहीं।-
मान , सम्मान और खास का एहसास तभी तक है,
जबतक सामने वालों के पसंद या हां में हां है!
एक ना करो या मन का कर लो,
उपरोक्त सभी बातें एक पल में खोने लगते हैं¡-
ना जीतने मे मौज है,
ना हारने में खौफ़ है ,
जिंदगी के शतरंज को,
शिद्दत से खेलने में मौज है! 😊😊-
💞🥰😇😍😊 खवाहिश 😊😍😇🥰💞
छोटी सी तो है जिंदगानी,
उसे दिल से जीने की खवाहिश!
चाह मेरी तो बस इतनी सी,
खुद को खुश रखने की खवाहिश!
ना चाहूँ मै चांद को छूना,
ना कोई बड़ा खवाब संजोना!
जो प्यारे और मन को भावे,
साथ सदा जीने की खवाहिश!
भुल के सारे कड़वी यादें,
फिर जीवन जीने की खवाहिश!
दुआ एक मैं मांगू खूदा से,
पूरी कर दे मेरी खवाहिश!
छोटी सी तो है जिंदगानी,
उसे दिल से जीने की खवाहिश!
चाह मेरी तो बस इतनी सी,
खुद को खुश रखने की खवाहिश!
💞😊 मनु 😊💞-
इन्साफ इतने देर से ना होता,
गर मानव में मानवता होता,
सत्य जीता है देर से ही ,
यहां झूठ का बहुत वकालत होता।
हैवानियत का साथ देने वालों,
तुम चैन से कैसे रहते हो,
अफसोस प्रभु इनके घर में,
क्यों नारी के पांव को रखते हो,
गर ये तेरी बनाई दुनिया है,
सब कुछ में तेरी इच्छा है,
तो चूक हुई मानव बनाने में तुमसे,
सबसे बेकार ये मानव दुनिया है।
#Nirbhaya-
लोगों से शिकायत खुद खत्म हो गई,
जबसे हर फैसला भगवान् का मान लिए।
😊😊🙏🙏-
ऐसी ही हूँ मै।
कहने को होता है बहुत कुछ ,
मगर हर जगह कहती नही।😊
हर किसी से मूंह लगालें ,
इतनी सस्ती मेरी फितरत नही।
क्यों परवाह हों उन लोगों की,
जो काम करें चूगलखोंरो की।😁😁
क्या है उनके ताने-बाने ,
जो इन्सानियत ही ना जाने।
कहते है आज जो पीठ पीछे ,😳😳
कभी बोलेंगे पीछे - पीछे।😌😌
खामोश सभी से मूंह ना लगा,😷😷
क्योंकि मैं ऐसी ही हूं।
मन-
प्यारा भारत।
प्यारा भारत देश हमारा ,
जीवन भर प्यार लुटाएंगे।
इसके सम्मान की खातिर ,
हम अपना सर भी कटाएंगे।
हिंदू मुस्लिम सिक्ख ईसाई,
हम सब हैं बस हिंदुस्तानी ।
आपस में मिलजुल कर के हम,
दुश्मन का सर भी झुकाएंगे।
संकल्प है हरियाली लाएं,
देश में हरियाली छाए ।
पानी की किल्लत से पहले,
पानी की बूंदों से को बचाएं।
इस देश की शान तिरंगा है,
इस देश की जान तिरंगा है।
ऐ वीर सभी भारतवासी,
देश पे जीना मरना है।
है दुआ देश खुशहाल रहे,
भारत की बगिया फूले- फले।
एक दिन ऐसा फिर से आएं,
जब भारत विश्व गुरु कहलाएं।
जब भारत विश्व गुरु कहलाएं।
😃😃 मंचन कुमारी।-
राष्ट्रीय युवा दिवस पर चार पंक्ति::
लाखो बात कह गए जो सबके वास्ते,
गिरकर फिर संभलकर चलने के वास्ते,
स्वामी विवेकानंद दुनिया को बता दिये भारत क्यो है विश्व गुरु,
इनकी एक बात भी उतारें हम जीवन मे खुद के वास्ते । 👉🏻👉🏻 मंचन कुमारी ।😊☺
स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर नमन 🙏🏻🙏
एवं राष्ट्रीय युवा दिवस की बधाई। 😊😊-