फिर एक बार
फिर एक बार दगा दिया उसे
फिर एक बार दिल तोडा हमने
फिर एक बार इश्क़ को रुसवा किया
फिर एक बार जिंदा लाश बन गए
प्यार करना गुनाह हो गया
फिर एक बार धोख़ा देना जरूरी हो गया
जान जान कहके हमने
उसका जीना दुश्वार कर दिया
सजाये ए मौत भी मंजूर मेरे खुदा
फिर एक बार हमने गुनाहे ए अजीम कर दिया
बस ख्याल रखना खुदा तु उसका
फिर एक बार हमने महोब्बत का कत्ल कर दिया
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