इंसान की प्यासकितनी बड़ी क्यों ना हो वो उस से अपनी अंशुओं से नहीं बुझा सकता ।। -
इंसान की प्यासकितनी बड़ी क्यों ना हो वो उस से अपनी अंशुओं से नहीं बुझा सकता ।।
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दिल दिया जिसकोवो दिल्ली चली गई ।जब में दिल्ली गया तोवो इटली चली गई ।।सोचा यार जान दे दूंमें बिजली के तार से ।पर तार पकड़ा तो साली बिजली चली गई ।। -
दिल दिया जिसकोवो दिल्ली चली गई ।जब में दिल्ली गया तोवो इटली चली गई ।।सोचा यार जान दे दूंमें बिजली के तार से ।पर तार पकड़ा तो साली बिजली चली गई ।।
भागने वाले के लिए पूरा दुनिया है ।और पीछा करने वाले कासिर्फ एक ही रास्ता । -
भागने वाले के लिए पूरा दुनिया है ।और पीछा करने वाले कासिर्फ एक ही रास्ता ।
राख हो जाने के बाद आग बुझाना व्यर्थ है ।। -
राख हो जाने के बाद आग बुझाना व्यर्थ है ।।
क्या करे जनाब !!यहां मिलता नही कोईसमझने के लिए ।जो भी मिलता हैबस समझा कर चला जाता है ।। -
क्या करे जनाब !!यहां मिलता नही कोईसमझने के लिए ।जो भी मिलता हैबस समझा कर चला जाता है ।।
मतलब की दुनिया में तू क्यूं बहता है ?जरा संभाल कर चलयहां हर शक्श टूट कर बिखरता है ।। -
मतलब की दुनिया में तू क्यूं बहता है ?जरा संभाल कर चलयहां हर शक्श टूट कर बिखरता है ।।
सपना और बास्तवता के बीच इतना ही फर्क हैकी एक रात में सोने नही देताऔर दूसरा दिन में ।। -
सपना और बास्तवता के बीच इतना ही फर्क हैकी एक रात में सोने नही देताऔर दूसरा दिन में ।।
माफ़ी गलतियों का होती हैगुनाहों की नही ।। -
माफ़ी गलतियों का होती हैगुनाहों की नही ।।
तुम्हारे और मेरे बीच में सिर्फ इतना फर्क है,की तुम्हे सब कुछ चाहिए सिर्फ मुझे छोड़ के और मुझे सिर्फ तुम चाहिएसब कुछ छोड़ के ।। -
तुम्हारे और मेरे बीच में सिर्फ इतना फर्क है,की तुम्हे सब कुछ चाहिए सिर्फ मुझे छोड़ के और मुझे सिर्फ तुम चाहिएसब कुछ छोड़ के ।।
इतना तो में कर सकता हूंकी तेरे लिए बिखर सकता हूं ।और तेरी खुशी के लिएखुद को मिटा भी सकता हूं ।। -
इतना तो में कर सकता हूंकी तेरे लिए बिखर सकता हूं ।और तेरी खुशी के लिएखुद को मिटा भी सकता हूं ।।