उसका " शुक्रिया जनाब " कहना दिल को छू जाता है,
हाँ आज-कल उसका ये अंदाज़ मुझे भाता है।
उसका हँसना, उसका खिलखिलाना, उसका रूठना, और फट से मान जाना,
अपने juniors को आँखों से डराना, डाट फटकार कर लाइन पर लाना,
दोस्त हो मुशिबत मैं तो सबसे आगे नज़र आना,
जब low feel करूं तोह उसका effort लगाना,
उसके अच्छे व्यक्तित्व को दर्शाता है।
उसके " Interesting facts " बताने पर उसका चोंक जाना,
कैसे बताया मैंने उसको समझ ना आना,
छोटी छोटी बातों पर उसको थोड़ा सताना,
मुझे भी... मजा तो बड़ा आता है।
अकेले में उसका बेफिक्र हो जाना,
आदाब बोल मंद मंद मुस्काना,
उसका गाना, उसका खाना,
मुझे.... पसंद तो बहुत आता है,
पर क्या करूँ मैं.... मुझे तारीफ करना भी तो नहीं आता है।
देर रात में उसका मोमोस खाने जाना,
एक Pizza के बदले मोमोस की प्लेट का हिसाब लगाना,
फिर हर छोटी सी मदद पर उसका शुक्रिया जनाब कह जाना...
उसका " शुक्रिया जनाब " कहना ही तो दिल को छू जाता है,
हाँ आज-कल उसका ये अंदाज़ मुझे... बहुत भाता है।
-