जब आपको अपने से ज्यादा
किसी और की फ़िक्र होने लगे
तो समझ लो तुम्हारे जलील
होने के दिन शुरु होने वाले हैं ।
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मेरी अर्जी है खुदा से
उसकी सारी बलाएँ
आजाये मुझपर
मेरी दुआएं
ना आने दें
आँच कोई उसपर ।
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लव्जों ने तोड़ दिये सब्र के सभी बाँध
उसे मेरी सच्ची मोहब्बत ज़ाहिर करते हुए
खामोशी कह रही है
अब मुझे अपने जहन में पसर जाने दे ।-
बीते पल के झरोखे
दिल के छुपे किसी भी झरोखे
को ढ़ूँढ़ ही लेती है
जैसे दिल के तार से
छेड़े बिना इन्हें करार ना आता हो ।
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" शहज़ादी मृत्यु"
मैं एक दर्द में हूँ ज़माने से
ज़िंदगी की कैद में हूँ ज़माने से
रंगीन है दुनियाँ तो इसके मुस्कुराने से
रंगहीन बने तो इसके रूठ जाने से
गम और खुशी सब इसी के हवाले है ज़माने से
आयेगी एक शहजादी इसकी कैद से छुड़ाने के लिये
दुनियाँ कहती है जिसे मृत्यु,
असल में वही शहजादी
इन्सान का इंतज़ार करती है
हर कैद से छुड़ाने के लिये
पैदा होने के ज़माने से ।
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" शहज़ादी मृत्यु"
मैं एक दर्द में हूँ ज़माने से
ज़िंदगी की कैद में हूँ ज़माने से
रंगीन है दुनियाँ तो इसके मुस्कुराने से
रंगहीन बने तो इसके रूठ जाने से
गम और खुशी सब इसी के हवाले है ज़माने से
आयेगी एक शहजादी इसकी कैद से छुड़ाने के लिये
दुनियाँ कहती है जिसे मृत्यु,
असल में वही शहजादी
इन्सान का इंतज़ार करती है
हर कैद से छुड़ाने के लिये
पैदा होने के ज़माने से ।
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कभी बंद लिफाफों में भी
उगता था प्रेम
जब प्रेम को शब्दों से सींच कर
भेजा जाता था ।-
सब्र का फल मीठा होता है
यह बात नन्ही तितली से देखने को मिलती है
जो कितनी कठिन परिस्थिति से गुजर कर
इठलाती हुए पंखों से बाहर आती है।-
सुनों,
मैं ना रहूँ तो मलाल ना करना ,
तुम्हारी आँखें पढ़ ना पायी मेरी पाक मोहब्बत
मैं ये बात कहूँ तो इस बात से पीछे ना हटना ।-