थोड़ी देर और ठहर जाओ
अभी रात बाकी है
कुछ तलक की बात है
अभी अधूरी बात बाकी है।
इत्ते देर जो आना हुआ तुम्हारा
अभी शाम बाकी है
कुछ तलक ठहर जाओ
अभी अधूरी बात बाकी है ।
कुछ तो बोलो अभी
शामे गज़ल का आगाज़ बाकी है
कुछ तलक ठहर जाओ
अभी बात बाकी है।
यूं रूठ कर ना जाना
अभी मेरा मानना बाकी है
कुछ तलक ठहर जाओ
अभी बात बाकी है।
तुम वो आगाज़ हो जो
कभी ना वापस जाएगा
अब यूं ना शरमाओ अभी
इज़हार बाकी है
कुछ तलक टहर जाओ
अभी बात बाकी है ...
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