सब कुछ पानी की तरह
साफ दिखाई देने लगता है
सारे झूठ और साजिशें
नीचे बैठ जाती हैं
साफ़ सुथरा सत्य
बड़ी मशक्कत के बाद
सतह पर तैरता
दिखाई देता है ।
-
Mamta Singh Devaa
(ममता सिंह देवा)
92 Followers · 22 Following
" खुद को संतुष्ट करने के लिए लिखती हूँ "
फ्रीलांस सेरामिक आर्टिस्ट, कवियत्री, लेखिका और नैर... read more
फ्रीलांस सेरामिक आर्टिस्ट, कवियत्री, लेखिका और नैर... read more
Joined 14 July 2021
6 HOURS AGO
YESTERDAY AT 20:12
इश्क़ आदम हव्वा के समय से
आज के समय तक किया जा रहा है
इसको जिया कम लोगों ने
लेकिन किया लगभग सभी ने ।
-
YESTERDAY AT 10:13
जिससे ये जीवन
त्योहार बन जाए
ज़रा भी कोताही हुई तो
वही जीवन कहीं
सजा-ना बन जाए ।
-
14 JUL AT 23:23
इस विश्व के नक्शे को
जल-थल और नभ
ग़ज़ब के नज़ारे हैं
ये हमारे और हम
इनके सहारे हैं
ये हमारे बिना सुनसान
इनके बिना हम खत्म सारे हैं।
-
13 JUL AT 23:07
बहुत कोशिश की
आसानी से
भूल जाने की
लेकिन ये भूलना तो
उलझी यादों में
फंस कर रह गया
और वो और भी ज़्यादा
याद आता गया ।
-
13 JUL AT 22:57
मीठे शब्दों से
झूठ बोलने का तरीका
सच बोलते रहे
आस-पास की भीड़
कम होती गई
जो बचे उनको
नज़र आया
मेरे कड़वे सच में
शब्दों का सलीका ।
-
12 JUL AT 10:19
ये भरोसा ही
आपके भरोसे की
वो डोर है
जिसका एक सिरा
आपके हाथों में
दूसरा ऊपरवाले ने
पकड़ा छोर है ।
-