तेरे बदन की खुशबू, मेरे लबों की छुहन हो जाए..
खुदा करे कुछ ऐसा सितम हो जाए..
तुम, तुम न रहो, मैं, मैं न रहूँ,,,
एक दूसरे से मिलकर हम हो जाए....
हल्की हल्की बरसात और तेरा मेरा मिलना हो जाए..
खुदा करे कुछ ऐसा सितम हो जाए..
ना तेरा मन लगे, न मेरा बिन तेरे,,,
मैं तेरा हमदम, तूं मेरा सनम हो जाए.....
मैं तेरे पास आऊं, तूं मेरे नजदीक हो जाए..
खुदा करे कुछ ऐसा सितम हो जाए..
तूं मुझमें मैं तुझमें खो के रोएं,,,,
कहानी सुनकर हमारी खुदा की भी आंखें नम हो जाए..
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