प्यार की कशिश में यू हम जलते रहे,वो हमे चिंगारी देते रहे,कब आग पकड़ गई पता न चला,वो आग सब कुछ खा गई,हाथ राख के बिना कुछ न लगा।। -
प्यार की कशिश में यू हम जलते रहे,वो हमे चिंगारी देते रहे,कब आग पकड़ गई पता न चला,वो आग सब कुछ खा गई,हाथ राख के बिना कुछ न लगा।।
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वक्त जो फिर निकल गया। -
वक्त जो फिर निकल गया।
की में बेसब्री से कर रहाइंतजार उनका,ये दिल हर घड़ीढूंड रहा उनको,कैसे समझाऊं में इसनादान दिल को,कहीं ना कहीं कर रहा होगा,वो भी इंतजार मेरा। -
की में बेसब्री से कर रहाइंतजार उनका,ये दिल हर घड़ीढूंड रहा उनको,कैसे समझाऊं में इसनादान दिल को,कहीं ना कहीं कर रहा होगा,वो भी इंतजार मेरा।
की कुछ करते नहीं,कोन कहे जो कर दियाउसके लिए कोई कहे भी तो नहीं, -
की कुछ करते नहीं,कोन कहे जो कर दियाउसके लिए कोई कहे भी तो नहीं,
जब कोई नई शुरुआत करनी होतो पुराना जो भी है accept करो।समस्याएं अपने आप हल होने लग जाएगी। -
जब कोई नई शुरुआत करनी होतो पुराना जो भी है accept करो।समस्याएं अपने आप हल होने लग जाएगी।
बनू तो दवा किसकी बनी।अर्ज़ करू तो सिर्फ़ उसी की करू।क्या हक नहीं की फिक्र जताऊ। -
बनू तो दवा किसकी बनी।अर्ज़ करू तो सिर्फ़ उसी की करू।क्या हक नहीं की फिक्र जताऊ।
ना ही दुःख।ना ही सुख।सीखा गया बहुत कुछ।अलविदा 2020 -
ना ही दुःख।ना ही सुख।सीखा गया बहुत कुछ।अलविदा 2020
में ढ़लते सूरज को सलाम करता हूं।क्यू किउगता सूरज शोर लेके आता है,और ढलता सूरज शांति। -
में ढ़लते सूरज को सलाम करता हूं।क्यू किउगता सूरज शोर लेके आता है,और ढलता सूरज शांति।
अभी बनाई ये टहनियां बहार कीअभी भरी सब मासूमियत प्यार कीअभी अभी फुसफुसाया फिजूल मेंअभी हुई बातें शुरू गवार की -
अभी बनाई ये टहनियां बहार कीअभी भरी सब मासूमियत प्यार कीअभी अभी फुसफुसाया फिजूल मेंअभी हुई बातें शुरू गवार की