ज़मीन अपनी अगर तलाशो, फ़लक तुम्हें ख़ुद-ब-ख़ुद मिलेगा !!
जो सोच रखा है तुमने दिल में , अंजाम वो हू-ब-हू मिलेगा ।।
न ज़ोर देना न ज़िद ही करना, यही मोहब्बत की दास्ताँ है,
वफ़ा करें या करें जफ़ाएँ, उनका हक़ है उन्हें पता है !!
ये दिल तुम्हारा धड़क रहा है, उन्हीं की ख़ातिर समझ रही हूँ,
मगर तुम्हें ये समझना होगा, कठिन ये उल्फ़त का रास्ता है ।।
दुआ में अपनी बसाए रखना, उन्हें हमेशा यक़ीन करके, कि वो तुम्हें रू-ब-रू मिलेगा !!
जो सोच रखा है तुमने दिल में , अंजाम वो हू-ब-हू मिलेगा ।।
दौर-ये-मुश्किल आसान होगी, ख़ुदा पे अपने भरोसा रखना,
वो लौट आएगा फिर से इक दिन, उम्मीद रखना ख़ामोश रहना !!
पुकार ख़ाली नहीं रहेगी अगर तुम्हारे दिल से निकली ,
खिलेंगी कलियाँ भी मुस्कुरा कर,उम्मीदे गुलशन सजाये रहना ।।
तुम्हें ख़बर क्या है उनकी आँखों में जाके देखो, पाकीज़गी का लहू मिलेगा !!
जो सोच रखा है तुमने दिल में , अंजाम वो हू-ब-हू मिलेगा ।।
असर दुआ में ज़रूर होगा, अगर सदाक़त रही दुआ में ,
तुम तलक चल के आएगा वो, अगर मोहब्बत रही ख़ुदा से!!
ये इश्क़ हारा कभी नहीं, तय जीतने का नाम वफ़ा है ,
अपनी उलफ़्त निभाते रहना, डरो नहीं कुछ पल की जफ़ा से।।
अपनी हसरत मिटा ही देना, एक वक़्त आएगा ज़िंदगी तुम्हें वो आ ख़ुद-ब-ख़ुद मिलेगा !!
ज़मीन अपनी अगर तलाशो, फ़लक तुम्हें ख़ुद-ब-ख़ुद मिलेगा !!
जो सोच रखा है तुमने दिल में , अंजाम वो हू-ब-हू मिलेगा ।।
मलिका राजपूत
२४/जून/२०२३
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