मेले में दोनों की आंखें चार हुईं
मग़रिब का वक्त हुआ, वह चल दिया।
मंदिर की घंटी बजी, वह आंखें झुकाए उस ओर चल दी।-
Indeed you are!
But you have to shine all alone
And I, a mere spectator,
Never get tired of seeing you!-
A bed of roses
It's upon us what we make out of it
-Destroy it or renovate it-
सबके अपने-अपने रास्ते, अपनी-अपनी मंजिलें
शिकवा कैसा, शिकायत कैसी
यही ज़िन्दगी है, यही है सच
मान ले यह सच्चाई, सुलझ जाएगी मुश्किलें।-
तू ही सुकून, तू ही राहत
ताउम्र लिखूं तुझे, मेरे दिल की हसरत
तबस्सुम खिला लबों पर, तेरी इनायत
तेरी खैरियत अब बनी मेरी इबादत
-
ग़म-ए-ज़िंदगी में लबों पर तबस्सुम का खिलना,
- तुमसे है!
बुझा-बुझा चराग-ए-मुहब्बत का फिर से जलना,
- तुम्हीं से तो है!
सुकून का मिलना जब से तेरे दिल में आशिया बनाया
- तुम से ही तो है!
अरमानों का करवट लेना और इन निगाहों का बातें करना -
बेशक, तुमसे है...तुम्हीं से तो है....तुम से ही तो है!-
You are special not just today
But each passing day
Yet on this special day
It is to make you feel special
And that you are remembered
And loved always!!!-
दिखा न तुझे, मेरे दिल का जलना,
नज़र न आया तुझे धुआं का उठना
कांटो सा चुभता हर शब्द तेरे
बढ़ती गई बेरूखी तेरी ओ मेरा मौन रहना।-