हर शाम लौट आता है वो डाकिया उस बेटे के घर से ;
ले कर बाप का लिखा वो खत ...
वो भी अब समझा समझा कर थक गया है उस बूढ़े बाप को ;
की पता सही है अब बेटा बदल गया है ।।
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अभी तो आखरी चार लाइने बाकी थी पढ़ने की कल के अख़बार की ;
और आज के नए अख़बार में छप गई एक नई खबर बलाक्तार की ।।
पहले #delhi फिर #unnao अब #haathras...
ना जाने कब ये खौफनाक अंधेरा छटेगा कब नया सवेरा आएगा ;
कौन आवाज़ उठाएगा !!!
बस चार दीन बाते होगी और पांचवीं सुबह इसी hashtag के पीछे एक नया नाम आएगा ।।
#Shame #₹apist #needJustice-
किसी को ख्वाइश दिल की तो कोई तलबगार जिस्म का होता है ;
ये इश्क़ इस जहां में दो किस्म का होता है ।।
मै नहीं जानता और नहीं मानता ये लिखी पढ़ी किताबी बातो को ;
जिसके पहले पन्ने पर मिलना ; दूसरे पर बिछड़ना ; लिखा जहा मनाना - रूठना होता है ।।
मूजे तो ख्वाइश बस एक तेरी मौजूदगी की ;
चाहे ख्वाब में हो या हकीकत में ....
बड़ा नादान है मेरा तो इश्क़ ; जो तेरे मुस्कुराने पर शुरू ; नज़रे झूकाने पर दुगना होता है ।।
😍Mahi😍-
आज जो देशभक्ति के नारे लगा रहे है दीन ढलने तो दो ;
ये फिर देश को लूटने में लग जाएंगे ।।
भ्रष्टाचार ; धर्म के नाम पर लोगोंको खून चूसने में लग जाएंगे ;
तारीख तो बदल ने तो दो ।।
औरत आज भी सड़कों पर मेहफूज नहीं ;
आज भी कई हैवान घूमते है सिना ताने कैसे पहचाने उन्हें जिनके कोई रूप नही ।।
धर्म के नाम पर जाती के नाम पर आज भी होते दंगे है ;
आज भर की थी देशभक्ति लोगो में ...
कल से फिर वही ये तेरा है ; ये मेरा है के पंगे है ।।
हमे तो मुफ़्त में मिली है ये आजाद हवा जिसकी हमे कदर नहीं ।।
लेकिन आज भी कई बदन तिरंगे में लिपट कर हर रोज आते है ;
बिना कोई स्वार्थ वो हमारे लिए देश के लिए अपनी जान गवाते है ।।
।।तब जाकर कहीं हम ये दीन मनाते है।।
🇮🇳♥️🇮🇳
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आज तो खरीद लिए तुमने काजग के तिरंगे दिखावे के लिए ;
लेकिन कल तारीख बदल ने पर उसे कचरे के हवाले ना कर देना ।।
क्या जरूरत है सब को दिखाने की ;
बस झूक के तिरंगे के सामने याद करके उनकी कुर्बानी चंद बूंद पानी आंखो में भर लेना ।।
ये चंद नारो से या रुपए दो रुपए के तीरोंगो से आजादी नहीं आई है ;
ना जाने कितनों को फांसी मिली कितनों ने सीने पर गोली खाई है ।।
कूछ भरे समन्दर में ; कूच हवाओं में ; तो रोज तपती रेत से नहाते है ;
आज भी कई जवान हर रोज देश के लिए रोज अपना खून बहाते है ।।
आज चैन कि नींद शरहदो पे खड़े फौजियों के नाम है ;
आज उन सभी को दिल से सलाम है ।।
#happy_ independence_day
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
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अजीब है इंसान की फितरत ;
इतनी की ये मौसम भी उस से हैरान है ।।
कल तक जो धूप और गर्मी से नाखुश था ;
आज वो २ दीन की बारिश से परेशान है ।।
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लफ्जो के मोतियों को इश्क़ के धागे में पिरो कर प्यार के फसाने गूनगूनाने वाला चला गया ;
आज हमारे बीच से इश्क़ की कहानियां सुनाने वाला चला गया ।।
अंदाजे बयान तो अब सब के पास अपना अपना होगा ;
लेकिन लफ्जो से इतनी चाहत ना होगी ।।
शहर_ए_इंदौर तो वहीं का वहीं रहेगा ;
पर अब उसमे राहत ना होगी ।।
इश्क़ की ग़ज़लें तो हर कोई सूना लेगा उसके बगैर भी ;
मगर उसमे अब वो पूरानी चाहत का नशा ना होगा ।।
महेफिले तो हर शाम सजेगी ;
मगर अब उसमे मौजूद राहत ना होगा ।।
WeWillMissYouSir
#Rahat_indori
#rip-
बचपन बीता तेरे साथ कभी प्यार कभी लड़ाई ;
"भाई" जितना छोटा शब्द है ; है उस में इतनी ही ज्यादा गहराई ।।
संग बीता वक़्त तेरा मेरा जब भी याद आता है ;
कभी खिल उठता है चेहरा मेरा कभी मन भर आता है ।।
हर birhtday की तरह मैंने आज भी कूू्छ तोहफा तूजे नहीं दीया है ;
टूटे फूटे लफ्ज थे मेरे पास ...
बस उन्हें जोड़ कर बस थोड़ा बहोत लिख दिया है ।।
पर फिर भी ना हम गीला करेंगे ना शिकवा करेंगे ;
सलामत रहे तू ; तेरी खूशिया ... बस ये दुआ करेंगे ।।
#happy_birthday _HASNAIN
👬💐-
इश्क आंखो में लेकर ; कलम हाथो में लेकर ; आज उसे अपनी जिंदगी में उतारना है ;
उसे बिठाओ कोई सामने मेरे की आज उसे इश्क़ की किताब के पन्नों पर संवारना है है ।।
मौजूदगी को उसकी मेरे खालीपन में लिखना है ;
इस प्यार से मूजे अब उसके मायनों की सीखना है ।।
आंखो से निकनते पानी को लिखना है ; उसकी कहेर मचाती नादानी को लिखना है ।।
वो कूूछ पल बैठे तो मेरे सामने ;
मूजे सच्चे इश्क़ की कहानी को लिखना है ।।
चाहत है वो मेरी उसके साथ एक खूबसूरत सा ख्वाब सजाना है ;
वो आए तो मेरे सामने उसे ईन पन्नों में लिखकर अपना बनाना है ।।
#mahi
#happy_birthday
♥️♥️♥️-
तूम सुन लिया करो मेरी ख़ामोशी को ;
की तूमहे बयान करने के लिए मेरे पास लफ्ज़ नहीं ।।
मेरा इश्क़ कहू या जिंदगी कहूं तूमहे ;
दोनों में कोई फर्क नहीं ।।
#maahi
#happy_birthday
♥️♥️♥️-