अफसोस का मुकाम है! 😞 मेरी कश्ती को किनारा नही मुझे सहारे की जरूरत भी नहीं कोई डूबे तो डूबे है किसे फिक्रे सितम, मै खुद अपना सहारा हूं, हूं इतना बेसहारा भी नही सरला रानू
इतिहास गवाह है इस बात का 🎭 जिस जिस देश के नेता ने अपने देश का भला करना चाहा है उसका भला सबसे पहले हुआ है भले ही देश और गड्डे में क्यों न गिर गया हो 🎭 शायद इसलिए कहावत बनी है "कर भला तो हो भला" 🤓
नमूनों की माने तो वर्क फ्राम होम होने के कारण लोगों ने जमकर बिजली का इस्तेमाल किया जिसके कारण यह संकट आया आफिसों में तो जैसे बिजली बचाई ही नही गई है अबे इन ढक्कनों को किसने सत्ता के गलियारों में पहुंचाया है
मै आऊंगा न तभी तो आक्सीजन की कमी से बच्चे मरेंगे तभी तो डा कफ़ील जैसे फरिश्ते जेल में सड़ेंगें। मै आऊंगा न तभी तो गंगा किनारे लाशें दफनाई जाएगी तभी तो लोग मारे मारे फिरेंगे इलाज़ के लिए । मै आउंगा न तभी तो पुलिस फेक एनकाउंटर करेगी तभी तो विकास दूबे जैसे अपराधी स्वर्ग वासी बनेंगे। मै आउंगा न तभी तो बलात्कारियों को समर्थन प्राप्त होगा तभी तो पीड़िता के आधी रात में चुपचाप जलाया जाएगा तभी तो मुल्ले टाइट होंगे तभी तो राम मंदिर बनेगा राम मंदिर के लिए मुझे आना ही होगा मैं आऊंगा न