कोई शिकवा नहीं जमाने से
कोई चाहत नहीं जमाने से
मेरी चाहत तो सिर्फ इतनी है.
मैं सदा दूँ, तुम्हे,
तो सुन कर के, चले आओ मेरे बुलाने से.
मैं जब भी देखूं हसरतें ऐसे,
साथ तू हो मेरे एक ख्वाब जैसे
हिचकियाँ तुझको उस पल आ जाए,
तो समझना, किया हैं याद जैसे
घर का कोई सख्स रोक लेगा अगर
अपनी बेबाक जिद दिखा करके
चले आना किसी बहाने से.
मैं वार दूँ, ये जिंदगी तुझपर,
एक तेरे सिर्फ मुस्कुराने से
हाँ तेरे एक मुस्कुराने से 😇😇
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