बात इज्जत और सम्मान की भी है|| बात सिर्फ प्यार की नही, जिंदगी की भी है,, माना तेरे साथ बिन अधूरी है जिंदगी|| मगर बात सिर्फ प्यार की नही है, एक पिता की शान की है,, माँ की परवरिश की है,, बात सिर्फ प्यार की नही है||
नजर जिनकी खंजर जैसे और हंसी तलवार हो जुल्फ जैसी घटा काली और हर अदा दिलदार हो होठ जिनके अंगारे और काजल में भी धार हो तुम बताओ बचे कैसे, जब ऐसा कोई वार हो।