ठंडा मौसम, हल्की बारिश,
और हाथ में उसका हाथ था,
चंद कदम हम साथ चलें थे ,
आंख खुली तो ख्वाब था ...!!-
I do it for myself...♥️
._JAI MAHAKAAL.....🕉️🙌🏻
😌Ego-0.1% s... read more
मैंने उसे दिल में संवारा है उससे कहना ,
वो मेरे जीने का सहारा है उससे कहना ,
लोग तो बहुत है प्यारे मुझे मगर,
वो उन सबसे प्यारा है उससे कहना ,
मोहब्बतें, शिकायतें, अदावतें उसकी,
मुझे सब गवारा है उससे कहना ,
चाहने वाले यूं तो बहुत से है ,
लेकिन मुझे इंतजार तुम्हारा है उससे कहना....!-
आज नही तो कल
जो चाहिए वो जरूर मिलेगा।
फिलहाल छोटी सी एक कली है ,
पर मेरी मेहनत का उगाया फूल एक दिन जरूर खिलेगा ।
बात मेरी औकात की नही ,
बात उस ऊपर वाले जात की है
जो उसने मेरे सर पर रखा है बात उस हाथ की है।
अब तो डर नहीं लगता कि कोई क्या बोलेगा,
मेरी मेहनत, मेरी नियत ऊपर वाले ने देखी है
कोई इंसान इसे क्या ही तोलेगा ।
काम खामोशी से कर रही तालियों की परवाह नही ,
हर कोई अब मुझे पसंद करे ऐसी कोई अब मेरी चाह नही,
मुश्किल तो खैर हमेशा से मेरी राह रही ,
पर उसमें से जो फतह होकर निकले असली star वही।।-
सफर कल भी था
और सफर आज भी जारी है ,
माना कुछ उम्मीदें टूटीं हैं
लेकिन कुछ ख्वाहिशें आज भी बाकी है।-
जब आप जीवन में सफल होते हो
तो आप के अपनो को पता चलता है
कि आप कौन है?
लेकिन जब आप असफल होते है
तो आप को पता चलता है
कि आप के अपने कौन है?-
You can find
better than me,
Worse than me ,
But like me,
You will never find.-
अनजान थे एक दूजे से हम
दोस्ती से शुरू हुई थी हमारी कहानी
न जाने कब प्यार में बदल गई ,
प्यार इतना भी हसीन होता है
ये मुझे तब पता चला ,
जब भोलेनाथ ने तुम्हें मेरी जिंदगी में
मुझे संभालने के लिए भेजा,
अनजान से कब एक दूसरे के जान बन गए
पता ही न चला।
-
कभी - कभी हमें खुद से सवाल होता है,
क्या हो रहा है जीवन में,
इस सवाल के जवाब का तलाश होता है ,
हम तो मुसाफिर है यहां,
हमे तो बस अपने मंजिल के राह की तलाश होती है,
मंजिल मिले या ना मिले किसे पता है,
लेकिन इस मंजिल की तलाश में खुद से मुलाकात लाजवाब होती है ।-
ननिहाल में जो गुजरे वो दिन जब याद आते है
तो आंसू आ जाते है इन आंखों में ...…
जब से तुम नही नानी उस घर में
वो बचपन कहां से लाऊंगी,
चेहरे पर थी मुस्कान हमेशा
वो नूर कहां से लाऊंगी,
चमक जो थी उन आंखों में
वो ख्वाब कहां से लाऊंगी,
प्यार जो था उन बातों में
वो किस्से कहां से लाऊंगी,
जिन हाथों से संवारा तुमने
वो प्यार कहां से लाऊंगी,
बचपन जो ले गई आप अपने साथ
वो दिन कहां से लाऊंगी..!!-
अगर मुसीबत है तो मुस्कुरा के चल ,
आंधियों को पैरो तले दबा के चल ,
मंजिलों की औकात नहीं तुझसे दूर रहने की ,
विश्वास इस कदर खुद में जगा के चल..!!-