तुमसे मिली जो जिंदगी उसे सलाम करते हैं हर दुआ हर इबादत में तुम्हें याद करते हैं, आ बैठें हैं इश्क की उस दुनिया में जिसमें हम सब कुछ अपना बस तुम्हारे नाम करते हैं।।
प्यार से ना सही नफ़रत से ही याद तो करते आबाद ना कर सके जिस प्यार को उसे यूं बरबाद तो ना करते, खिलौना समझ बैठे हो जिस जिंदगी को तुम प्यार होता अगर, तो उसे सरे आम यूं नीलाम तो ना करते।।
तुम्हारी यादों को याद कर आंख भर आती हैं अचानक तुम्हें देख चेहरे पर मुस्कान सी आ जाती हैं, तुम्हारा इश्क, मोहब्बत एक जूनून सा हैं जिसे पा कर रूकी हुई जिंदगी भी संवर सी जाती हैं।।
तेरे कांधे पर सर रखकर रोना चाहती हूं कुछ बातें हैं दिल की जो तुझसे कहना चाहती हूं, बेपनाह मोहब्बत हैं तुमसे ये तुम भी जानते हो पर फिर भी आज एक बार और इज़हार करना चाहती हूं।।