बन जाउंगा वो लफ्ज़ जो तुम कहना चाहते हो बारबार,, बन जाउंगा वो प्यार जो तुम एहसास करते हो हरबार। बन जाओ तुम वो रब जो मैं देखना चाहता था कईबार,, मुझे न पाने की गम में तुम सिर्फ मूस्करा देना एकबार।
किसी कोने में दिल के तेरे, एक जगह बनाना चाहता था,, लाख तेरे दिवानों में, एक मैं भी तेरी दिवाना था। भूल ना जाना एक दिन मुझको, बस याद दिलाना चाहता था,, किस्मत में साथ लिखा नहीं, तेरी यादों के सहारे जीना था ।