कभी नीम सी जिंदगी
कभी नमक सी जिंदगी ।
ढूँढते रहे उम्र भर....
एक शहद सी जिंदगी ।।
ना शौक बङा दिखने का
ना तमन्ना भगवान होने की ।
बस आरजू जन्म सफल हो...
कोशिश "इंसान" होने की ।।-
देखा देखी मत कर यारा
मन से खुद को परख ले यारा
क्यों चलता है दूसरों के नक्शे कदम पर
खुद कुछ बनके दिखा अपने बल बूते पर
तुझमें भी साहस की आग है दुनिया को दिखा
अपने अंदर के बेहतरीन खुबियों को दे जगा
दुनिया के पीछे भागके मत ढूंढ रास्ते
हर लम्हा खड़ा है तेरे साथ काबिल बनाने के वास्ते
देखा देखी मत कर यारा
मन से खुद को परख ले यारा-
"मैंने नन्हे हाथो को काम करते देखा है,
इस ज़िंदा शहर में बचपन को मरते देखा हैं"
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मैं जानता हूँ तुम्हारा मुझमें न आदि है और न है अंत
इसलिए मैं भी तुमको लिखना चाहता हूँ अनन्त तक-
"शॉर्यम दक्षम युद्धे"
"बलिदान परम् धर्म"
"बलिदान परम् धर्म"
"बलिदान परम् धर्म".
"Shauram" means shaurya(courage,daring).
"daksham" means dakshta(completeness in war skill, skill weaponry in war)
"yuddhe" means war.-
लाओ ! पोछ दूं तुम्हारे माथे का पसीना,
ए 'अज़ीज़' हसरतों...
तुम थक गयी होगी,
मेरी जिंदगी का गला घोटते–घोटते !!-
उम्मीदें, ख्वाहिशें, जरूरतें, जिम्मेदारियां...
बड़ा हुआ तब से मैं कभी अकेला नहीं रहा !!-
मेरी इतनी भी उम्र नहीं कि
तुम्हारा गुज़रा किस्सा लगूं
मेरी अब भी ये कोशिश है
कि थोड़ा बहुत अच्छा लंगू !
मैं दुनिया को दिखाता हूं
कि मैं भी भीड़ सा ही हूं
किसी पे क्या जाहिर करूं
किसी को क्यों तन्हा लगूं !!
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एक 'दिया' उनके लिए भी
जिनके घर में 'दिया' नहीं !
एक 'दिया' उनके लिए भी
जिनको घर ही दिया नहीं !!-