Mahendra Sagar Sagar Sagar   (️सागर)
1.4k Followers · 29 Following

read more
Joined 10 September 2019


read more
Joined 10 September 2019
29 NOV 2023 AT 19:29

उससे बिछड़कर सच कहते हैं
प्यार कभी ना कर पाएँ
हर चेहरे में ढूंढा उसको
नज़र चार ना कर पाएँ
कितनी रातें , कितनी बातें
सब यादें आबाद रही
उसके बिना पल-पल है मरना
आस कभी ना मार पाएँ

-


21 NOV 2023 AT 19:12

कहने को दुनिया में होता है मुकद्दर
किस्मत के भरोसे कब बैठा है सिकंदर
कहती है किस्मत कोशिश तो कर यार
हिम्मत के हुनरमंद है किस्मत पे सवार

-


16 NOV 2023 AT 18:18

इसी जन्म में जीना है और इसी जन्म में मरना है
सांसों के आने-जाने का मोल यहीं पर करना है
तेरे मेरे कर्म का लेखा कौन करेगा अंबर पर 🤔
मस्त ही रहना मस्त ही जीना फिर काहे का डरना है ।

-


30 AUG 2023 AT 10:27

राखी के धागे कहते हैं मेरा मत अपमान करो
बंधन की मर्यादाओं में संबंध मत बदनाम करो
अगर धरा पर हर नारी है माँ बहन की प्रतिष्ठा
फ़िर बोलो किस बंधन से करनी है उनकी रक्षा

जब तक वहशत मन में होगी राखी भी बेमानी है
हाथ कलाई पर बंध कर भी राखी पानी पानी है
अगर है हर नारी में देवी तो वो क्यों बेचारी है
राखी के धागे कहते हैं यह किसकी लाचारी है

छोटे-छोटे झगड़ों में जब माँ बहन एक गाली हो
बेटी जैसी साली आधी जब लगती घरवाली हो
अगर मेनका हर नारी को तुम ख़्वाबों में गढते हो
तब राखी के हर धागों को तुम्हीं मवाली लगते हो

-


31 MAY 2023 AT 18:36

बातें उसकी करते ख़ुद से
ख़ुद से ख़फ़ा हो जाते है
दिल ही जाने दर्द-ए-मोहब्बत
ज़िस्म तबाह हो जाते है
भूलना चाहे भूल ना पाए
हमको ऐसी सज़ा मिली
छूकर उसकी यादों को हम
उसमें फ़ना हो जाते है

-


18 MAY 2023 AT 17:28

यह तेरी बद्दुओं का असर है
सारी दुआएं बेअसर है
तू साथ थी तो जहाँ था मेरा
तेरे बगैर तो हम बेघर है
मैं सागर हूँ यह गुरूर था मुझको
अब आंसुओं में सिमट गया हूँ
यह अज़ीब मंज़र है
यह तेरी बद्दुओं का असर है

-


3 MAY 2023 AT 18:53

तेरे सच से की मोहब्बत तेरे झूठ पर है शर्मिंदा
तेरी बद्दुआ लेकर भी हम बेख़बर है ज़िंदा
मोहब्बत को समझा तूने मिट्टी का एक खिलौना
मिल जाए तो बंदा है उड़ जाए तो परिंदा

-


30 APR 2023 AT 20:43

तुम्हें दिल में बसा के रखूँगा मोती की तरह
कोई मुझ में उतर कर भी तुमको चुरा नहीं सकता
मैं सागर होकर भी मिला तुमसे दरिया की तरह
तुम्हारी दोस्ती को मैं भुलाकर भी भुला नहीं सकता

-


26 APR 2023 AT 19:02

मैं मर जाऊँ तो मेरी मोहब्बत का ,
ज़नाज़ा निकाल देना
मेरे दिल से मोहब्बत का ,
खज़ाना निकाल देना
बुलाना उसे भी ,
जिसे मैं बुलाता रहा उम्र भर
मेरी मोहब्बत की कमी का ,
यह तकाज़ा निकाल देना..!!

-


24 APR 2023 AT 20:08

मुझे नहीं है तुमसे शिकायत
यह मैं बोल नहीं सकता
सच की तराज़ू में
मैं झूठ तोल नहीं सकता
मैं आज़ाद होना चाहता हूँ
तेरे झूठ के पिंजरें से
और तू ग़लतफहमी में है कि
मैं पिंजरा खोल नहीं सकता ।

-


Fetching Mahendra Sagar Sagar Sagar Quotes