मुकम्मल जहां की तलाश किसे है? यूँ ही बरस रहे हैं ये सावन प्यास किसे है? बे-मंजिल दौड़ में है यहाँ सब शामिलतुम ही कहो जिदंगी है क्या ये एहसास किसे है? -
मुकम्मल जहां की तलाश किसे है? यूँ ही बरस रहे हैं ये सावन प्यास किसे है? बे-मंजिल दौड़ में है यहाँ सब शामिलतुम ही कहो जिदंगी है क्या ये एहसास किसे है?
-
सवाल ये नहीं की, मोहब्बत है? सवाल ये है कि, आखिर कब तक? -
सवाल ये नहीं की, मोहब्बत है? सवाल ये है कि, आखिर कब तक?
दुआऐं तो आसमानों की कबूल हुईजमीं की होती तो ये फासला न होता... -
दुआऐं तो आसमानों की कबूल हुईजमीं की होती तो ये फासला न होता...
बहुत गुमसुम है ये हवाऐंअब न जाने कौन सा तूफान लाएंगी!!! -
बहुत गुमसुम है ये हवाऐंअब न जाने कौन सा तूफान लाएंगी!!!
बिखरना तो रेत का नसीब थाहवाऐं बेवजह बदनाम हुईं!!! -
बिखरना तो रेत का नसीब थाहवाऐं बेवजह बदनाम हुईं!!!
न जाने कैसी बेखुदी है जमीं कोलगता है फलख से फिर कोई सदेशां आया है!!! -
न जाने कैसी बेखुदी है जमीं कोलगता है फलख से फिर कोई सदेशां आया है!!!
एक तरफा इश्क़ का दर्द तुम काटों से पूछोगुलाब के तो अफसाने अलग है!!! -
एक तरफा इश्क़ का दर्द तुम काटों से पूछोगुलाब के तो अफसाने अलग है!!!
मैं सिर्फ पतझड़ का सताया नहींमुझे तो सावन ने भी डुबोया थासर्द हवाओं ने थामा था सांसो को दो पलपर न जाने क्यों बंसत को आने में देर लगी... -
मैं सिर्फ पतझड़ का सताया नहींमुझे तो सावन ने भी डुबोया थासर्द हवाओं ने थामा था सांसो को दो पलपर न जाने क्यों बंसत को आने में देर लगी...
क्यों न आज इन ख्वाहिशों को आजमाया जायेआसमां के उस मोती को तेरे माथे पर सजाया जाये... -
क्यों न आज इन ख्वाहिशों को आजमाया जायेआसमां के उस मोती को तेरे माथे पर सजाया जाये...
यूँ तो छुपा लेते हैं ये ग़म-ए- हस्ती हम दुनिया सेमगर कमबख्त ये आईना हमें कुछ भूलने नहीं देता!!! -
यूँ तो छुपा लेते हैं ये ग़म-ए- हस्ती हम दुनिया सेमगर कमबख्त ये आईना हमें कुछ भूलने नहीं देता!!!