सब ने लिया मेरे सब्र का इम्तिहान
लोग आये प्यार जताया, गुस्सा दिखाया
किसी ने गाली दी तो किसी ने हाथ उठाया
किसी ने भड़ास निकाली तो किसी ने फायदा उठाया
मर जाऊँ ऐसा कई बार मन मे खयाल आया
फिर लोगो को मुस्कुराते देख, मै भी मुस्कुराया।-
खुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िंदगी
प्यार की मोहताज है मेरी ज़िंदगी
वैसे तो मै हँस लेता हूँ यूँ ही
वरना गम की किताब है मेरी ज़िंदगी-
गर आ भी जाओ तुम लौट के अगर
तो मुझे इस दुनिया मे कहीं नही पाओगे
मै तो कब का जा चुका अँधेरे की दुनिया में-
जब उसने मेरी शिकायतें दूसरों से करना शुरू किया
मै तभी समझ चुका था कि वो दूर जा चुकी है
फिर उसे कभी मैने समझाने की
या रोकने की कोशिश नही की।-
आज पुरानी तस्वीरे देखी तो पता चला नीरज
कि मै भी कभी मुस्कुराता था.....-
ज़िन्दगी में एक वक्त जरूर आता है, जब आपको यकीन हो जाता है, कि आप सच में उन लोगो मे से एक हो, जो उसके आस पास रहते है। और आप फिर बहुत दुखी हो जाते हो लेकिन गलती आपकी है क्योंकि गलतफहमी आपको ही थी।
खुद ही किया भरोसा खुद ही हुए निराश, अब जिसमे जलना है मुझको, वो पश्चाताप की आग।
या तो कुंदन बन के निकलूंगा या हो जाऊँगा राख।-
होठो से जो लगा ले तो फीकी कॉफी भी मीठी हो जाती है
अगर मोहब्बत सच्ची हो, तो मोहब्बत बीवी बन जाती है।-
माँ मुझे अब डर लगता है
किसी के देख लेने से, किसी को देख लेने से
माँ मुझे अब डर लगता है
किसी से छुल जाने से, किसी के छू लेने से
माँ मुझे अब डर लगता है
किसी के पास आने से, किसी के पास जाने से
माँ मुझे अब डर लगता है
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सब कुछ चला गया मेरा बस अब तो सिर्फ नाम बचा है
ज़िन्दगी बुला रही है नीरज, मगर आखिरी जाम बचा है-