मैं बहुत खास हूँ पर इतना नहीं के कोई अपना कहे।
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singer🎤rap artist🤘🏽shayar😊
wtap-7024847352
[इश्क़] इन तीन शब्दों से शुरू हुआ सफ़र [नफरत] इन चार शब्दों पर कब ख़त्म हुआ पता ही नहीं चला।।
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रख कर सिरहाने मेरी यादों को वो भी सो रही होगी,
मेरा ख़ुदा मेरे साथ है मुझे ज़रूरत नहीं रोने की,
शायद बरसात तो उसकी छत पर भी हो रही होगी।।-
तेरी तस्वीर को सीने से लगाकर रखता हूँ,
सोच अगर तकदीर में होती तो क्या करता।।-
मेरी गर्दन मोच खा जाती है कभी कभी,
मेरी अर्थी पर मेरा सिरहाना ज़रा ऊँचा रखना।।-
मैं भीख की तरह माँगता रहा मोहब्बत उनसे,
उन्हीने फ़कीर समझ कर बाहर कर दिया।।💔-