Maahi Jain   (maahi)
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insta: words_of_maahi
Use hashtag #maahijain
Joined 31 May 2020


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16 DEC 2022 AT 12:59

तन्हा शाम का खूबसूरत नजारा है
गरम चाय का साथ बहुत प्यारा है!!

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26 AUG 2022 AT 8:44

उनके इश्क में हम मसरुफ हो गए
उनकी बाहों में हम चूर हो गए
वो अब कुछ खफा खफा रहने लगे है
बिना कुछ बताए ही हमसे दूर हो गए है!!

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27 JUN 2022 AT 15:39

अब कोई ख्वाइश नहीं रही सारे अरमान ही पूरे है
क्या करेगे ऐसी जिंदगी का उनके बिना तो अधूरे है!!

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26 JUN 2022 AT 10:53

कांपती हुई उंगलियों से मैने जब कलम को पकड़ा है
कुछ वैसा ही महसूस हुआ जैसे तेरी यादों ने मुझे जकड़ा है!!

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25 JUN 2022 AT 11:02

उनके सामने मेरी आंखों से जज़्बात छलक आए
देख कर उन्हें फिर भी वो कुछ न समझ पाए

हमने बहुत कोशिश की उन्हें समझाने की
उनको हमारे अंदर सिर्फ दोष ही नजर आए!!

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3 JUN 2022 AT 22:01

मेरे यादों के महल में उसका बसेरा था
उसके नाम से ही मेरी आंखो का सवेरा था

एक अलग ही दुनिया बनाई थी हमने अपनी
उस दुनिया में उस पर हक सिर्फ मेरा था

जब हमे उनसे पहली दफा इश्क हुआ था
हमारे जेहन में हर लम्हा उसका ही डेरा था

पहले जैसा अब कुछ न रहा, न वो और न मैं
जो मैं अब तक न भूल सकी वो तेरा चेहरा था!

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2 JUN 2022 AT 12:43

हंसते हुए लवों पर उदासी छाई है
बिन गुनाहों के मैने सजा पाई है

समझते थे उनके लिए नायाब है हम
अहिमियत अपनी अब नजर आई है

कुसूर तो सारा इस मोहब्बत का है
और उसने खामियां मुझमें बताई है

हम तो कभी उनके काबिल ही न थे
ये बात हमे बहुत देर से समझ आई ह!

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1 JUN 2022 AT 17:07

इस दुनियां से चलो कहीं दूर चलते है
जहां खुशियों के सूरज कभी न ढलते हो

जहां परवाह न हो ऐसे झूठे समाज की
न जबरदस्ती के रिश्तों में जोड़े बंधते हो

हक मिले सभी को अपना साथी चुनने का
प्यार की मेंहदी से दुल्हन के हाथ सजते हो

कोई किसी के साथ ताउम्र रहना चाहे तो रहे
समाज और लोगो की वजह से न बिछड़ते हो!

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31 MAY 2022 AT 17:37

जो लफ्ज़ों में बयां न किया जा सके वो एहसास हो तुम
तुमसे मोहब्बत है इसलिए बहुत ही खास हो तुम!

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30 MAY 2022 AT 21:29

हमारे हो जाओ, ये ख्वाइश हमारी है
इस दिल को हर पल आरजू तुम्हारी है

आओ कभी मिलने तो वक्त लेकर आना
तुमसे करनी है जो बातें वो बहुत सारी है

देखती हूं तुम्हें तो सब भूल जाती हूं
क्योंकि आपकी आंखें बहुत प्यारी है

अब नींद ही नहीं आती हमे रातों को
आपकी यादों से मेरी पलके भारी है

नाराज होना जायज है पर यूं सताओ न
क्या सारी गलतियां सिर्फ हमारी है??

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