अंधेरी रात में|
दिये आपके हाथ में ||
😄😄😄-
बस अपनी तनहाइयों को दूर करने के लिए लिखता हूं।
पेशे से एक... read more
नल का जल तो मिला नहीं
पक्की सड़कें गलियों के टूट गए
आम जन की बात होती है क्या
साहब राशन कार्ड का खेला खेल गए
पंचायतों का रिपोर्ट कार्ड फेल है
और साहब का संपत्ति से ही मेल है
शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क ,आवास ये तो छोरो
यहां तो TOILET भी साहब का 2000 में सेल है
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साहब = मुखिया जी-
न जाने क्यूँ वो कुछ दिनों से मुझे गलत समझ बैठै हैं,
अब तो आलम यह है मेरी मोहब्बत को ही शक समझ बैठे हैं।
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खास रही दूरियां भी इस साल,
इन्होंने कौन अपना, कौन पराया दिखा दिया!
ख़ामख्वाह बदनाम किया इस साल को
असल में इसी साल ने हमें जीना सीखा दिया !!
दोस्ती दुश्मनी के रूप में,
इसने हमें अपना किरदार बता दिया !
और हाँ जो कभी रूठते न थे जिंदगी में,
इस साल ने उसे भी रूठना सीखा दिया !!
उम्मीदें जगाई हैं अब नए साल ने,
ये सब जल्द ही टल जाएगा !
एक कल जो अंधेरे से गुजरा था,
एक कल नया सवेरा लाएगा !!
HAPPY NEW YEAR
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आज वे लोग भी फ्राँस में हुई हत्या की निंदा कर रहे हैं!
जिन्होंने हमारे देश में गायों के नाम पे हजारों हत्याएँ की!!
नोट:- मैं धर्म के नाम पर होने वाले हत्याओं की निंदा करता हूँ !-
बेरोजगार_दिवस
देखने को तो बहुत मिले हैं 'कलाकार'
पर न मिला आप जैसा कोई अदाकार!
आज भी आपकी ही है जयजयकार
इसलिए तो हम सब बैठे हैं बेरोजगार !!
जन्मदिवस_की_शुभकामनाएँ_नरेन्द्र_मोदी_जी
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कहा किसी ने कुछ तो वो आजमाने लगा
मेरी खामोशी को देख मुझे वोे डराने लगा!
पता चला जब उसे मेरी खामोशी का राज
न जाने क्यों नाम लेने से भी कतराने लगा!!-
मत लडोे आपस में वरना बिखर जाओगे!
और हाँ मौत से पहले खुद की नजरो से भी जाओगे!!-
लड़े जंग वे शुरवीरों की तरह और बहाया खून हजारों का !
कुछ बहे अपने भी पर उसका इक कतरा भी न बर्बाद हुआ!!
डटे रहे वे अपने अंतिम दम तक और छीना शस्त्र गद्दारों का!
बहुतों ने दी मिलकर कुर्बानी तब जाकर देश आजाद हुआ!!-
तेरा जुर्म बस इतना है कि तेरीे फितरत में वफ़ादारी है
वरना हर शख्स को पता है कि क्या तेरी अदाकारी है!
हाँ शायद उसे गवारा नहीं जो तुने दिखाई कलाकारी है
सुना है सब यही कहते हैं कि उसके खून में ही गद्दारी है!!-