अब यूं ही किस्मतों का पलटता है पासाकभी हमने ग़म को कभी ग़म ने हमको है तलाशा -
अब यूं ही किस्मतों का पलटता है पासाकभी हमने ग़म को कभी ग़म ने हमको है तलाशा
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तू हँस भी सकता है मुस्कुरा भी सकता हैऔर शामें रंगीं सजा भी सकता हैपर क्या है ना ये तेरी ग़फ़लतों का तमाशाएक जलता दिया बुझा भी सकता है -
तू हँस भी सकता है मुस्कुरा भी सकता हैऔर शामें रंगीं सजा भी सकता हैपर क्या है ना ये तेरी ग़फ़लतों का तमाशाएक जलता दिया बुझा भी सकता है
शर्द शोलों की जमाअ़त ले करआग बरसाए वो क़यामत ले करमंज़िलें ख़ुद क़दमों में गिरेंचल पड़ा वो बुज़ुर्गों की हिमायत ले कर -
शर्द शोलों की जमाअ़त ले करआग बरसाए वो क़यामत ले करमंज़िलें ख़ुद क़दमों में गिरेंचल पड़ा वो बुज़ुर्गों की हिमायत ले कर
हुई हैं मंज़िले मक़सूद तो क्या कीजेसफ़र है छूट गए हमसफ़र तो क्या कीजे -
हुई हैं मंज़िले मक़सूद तो क्या कीजेसफ़र है छूट गए हमसफ़र तो क्या कीजे
एक ज़रा सी बात पर जो तुम मुकर बैठे थेअब हज़ारों मिन्नतें भी हमको मना ना पाएंगी -
एक ज़रा सी बात पर जो तुम मुकर बैठे थेअब हज़ारों मिन्नतें भी हमको मना ना पाएंगी
Labbaik Allahumma Labbaik -
Labbaik Allahumma Labbaik
ये तेरी कश्ती है, मेरा सहारा कैसेऔर दरिया के दीवाने को किनारा कैसेदिल की धड़कन ही गवाही देती हैं अबजो मंज़िल मुझे ले जाये वो सितारा कैसेअब कहाँ ग़म है जो ख़ुद के ना रहे हमऔर जो ख़ुद नहीं अपने, कोई और हमारा कैसेएक दफ़ा जल भी गए, राख हुए, मौत भी आईअब वही हो फिर से दुबारा कैसे -
ये तेरी कश्ती है, मेरा सहारा कैसेऔर दरिया के दीवाने को किनारा कैसेदिल की धड़कन ही गवाही देती हैं अबजो मंज़िल मुझे ले जाये वो सितारा कैसेअब कहाँ ग़म है जो ख़ुद के ना रहे हमऔर जो ख़ुद नहीं अपने, कोई और हमारा कैसेएक दफ़ा जल भी गए, राख हुए, मौत भी आईअब वही हो फिर से दुबारा कैसे
अब वो जज़्बात कहाँ से लाऊँपहले वाले अल्फ़ाज़ कहाँ से लाऊँइश्क़ रगों से हो चला है ख़तममुमताज़ की ख़िदमत में ताज कहाँ से लाऊँ -
अब वो जज़्बात कहाँ से लाऊँपहले वाले अल्फ़ाज़ कहाँ से लाऊँइश्क़ रगों से हो चला है ख़तममुमताज़ की ख़िदमत में ताज कहाँ से लाऊँ
जैसे पास बैठे हो तुम, तुम्हीं से बात कर रहा हूँइजाज़त तुम्हीं से लेकर, तुम्हीं को याद कर रहा हूँ -
जैसे पास बैठे हो तुम, तुम्हीं से बात कर रहा हूँइजाज़त तुम्हीं से लेकर, तुम्हीं को याद कर रहा हूँ
जब शमशीरें लहराएंगीमैं छोड़ मोहब्बत करने तो ना आऊंगाजब टूटेंगे भरम झूठे खुदाओं केमैं उस ओर इबादत करने तो ना आऊंगाएक बार जो जंग छिड़ जाएगीमैं लौट तेरी आँखों में मरने तो ना आऊंगाअब जंग ख़तम होगी साँसों पर मेरीमैं लौट मोहब्बत करने तो ना आऊंगा -
जब शमशीरें लहराएंगीमैं छोड़ मोहब्बत करने तो ना आऊंगाजब टूटेंगे भरम झूठे खुदाओं केमैं उस ओर इबादत करने तो ना आऊंगाएक बार जो जंग छिड़ जाएगीमैं लौट तेरी आँखों में मरने तो ना आऊंगाअब जंग ख़तम होगी साँसों पर मेरीमैं लौट मोहब्बत करने तो ना आऊंगा