भले ही, सब भले हो,
भले ही, सब भले हो! मगर
सब के लिए मैं भला हूं
ये भला कैसे हो सकता है-
पानी ने मिलकर खूब डुबोना चाहा
मगर तिनके से खुदा ने कहा बचा ले
अपना ही बंदा है-
अरे! इतने भोले ना रहो लूट लेगी दुनिया
लूट ले चाहे, लाख जमाना
यहाँ!हमारा है, भी क्या ?
जो भी है सब खुदा का है
लूट का हिसाब भी खुदा को दे-
मोहब्बत के जख्म नासूर बन गए
दवा ओ मलहम भी असुर बन गए
घाव उस मोहब्बत के भरते नहीं
ओ नादां घाव पर घाव चढते नहीं-
जब कोई हमेशा के लिए गहरी नींद में सो जाता है
उसके चाहने वाले उसे झिंझोड झिंझोड कर उठाते हैं
रोते है बिलखते है तड़पते है उसकी एक सांस के लिए
कभी वो कहता था आवाज मत करो सोने दो
आज पूरे घर में कोहराम बरपा है मगर वो सो रहा है
चाहने वालों को अंत में सब्र करना पड़ता है
उसके अलावा उसके पास कोई विकल्प नहीं होता
वैसे ही आपके जीवन में कुछ खास लोग होते हैं
प्रयास पूरा किजिए रुक जाए तो धन्यवाद दिजिए
नहीं रुके तो फिर सब्र किजिए और आगे बढ़ जाइए-
जब कोई मेरी तारीफ करता है!
तब एक डर सा लगता है
कही तारीफ सुन सुन कर मेरे अंदर अंहकार तकब्बूर घमंड Arrogance न आ जाए
कही "मैं" मेरे अंदर घर न कर जाए
कही मेरी बातों के रुखेपन से लोगों कि आंखे ना भीग जाए
कही मैं अपने मैं के साथ इतना आगे न निकल जाऊं कि "मेरे" पिछे छुट जाए
गलतिया करने पर खुश होना चाहिए ताकि हम अपने अंदर "मैं" खत्म कर सकें
वैसे खुशी उसके सामने जाहिर ना करें जिसका काम बिगाड़ा है नतीजा आप खुद जानते हैं
और जानबूझकर भी ना करे किसी को परेशान करने कि नियत से-