हँसता है ज़माना,मेरे गिरने पर।
हँसता हूं खुद,खुद के रोने पर।
ज़िन्दगी गुजर रही है,लिखने को नाम।
ज़मीन के किसी कोने पर।।
-
😇😇😇😇😇😇
Try to write
Uttar Pradesh (Meerut)
मेरे बारे में,मैं जानकर क्या करु।
मरने से नही, जिंदा रहने से डरु।।-
सुसज्जित,सुव्यवस्थित पुष्पों की माला,
प्रकाशित दीपों के प्रकाश से,
मिट जाये तन,मन,घर के कलह द्वेष
का अंधेरा काला।।-
"Earn character and more and more money
Otherwise you will make your life funny"-
सुनी गलियों की तरह, मेरे हाथ खाली है,
है शख्सियत मेरी ऐसी अभी, जैसे नोट कोई जाली है।।
-
Technical Error.....
ज़िन्दगी का प्रिन्टर
कुछ इस कदर खराब है,
कलरफुल दिखे जो समय
उसका भी ब्लैक इन वाईट जवाब है।।-
अक्षर लिखे जाते है,
कलम के चलने पर,
क्या खोया क्या पाया,
पता चलता है शरीर के जलने पर।।
-
ईश्वर करे सो होये,हम करे कर्म
इंसानियत,मनुष्यता और मानवता हमारा धर्म।।
-
स्कूल ने कहा बात मानों जन-जन की,
अध्यात्म कहे ना सुनो मन की,
हमें सुन्दरता सुन्दर लगे तन की,
भूखे पेट को लगे भूख अन्न की,
परिस्थिति बदले स्थिति स्वप्न की,
बदलते भाव छुपाये किमत मुस्कान की,
दुनिया माने बस बात चले धन की।।
Lakhendra chauhan
-