तुम पुछ लेना सुबह से, न यकीन हो तो शाम सेएक दिल धड़कता है बस तेरे नाम से ।। -
तुम पुछ लेना सुबह से, न यकीन हो तो शाम सेएक दिल धड़कता है बस तेरे नाम से ।।
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मैं हुँ सिम्पल रहता हुँ सोबरक्यु हर मैच मे Uमेश यादव करते हैं गोबर -
मैं हुँ सिम्पल रहता हुँ सोबरक्यु हर मैच मे Uमेश यादव करते हैं गोबर
लफ्ज कितने भी उम्दा क्यों न होकिताबों को अकसर रोता देखा है हमने। -
लफ्ज कितने भी उम्दा क्यों न होकिताबों को अकसर रोता देखा है हमने।
उनके लिए थोड़ा रो क्या दिये, उन्होंने तो समझा इसे मुस्कुराना भी नहीं आता -
उनके लिए थोड़ा रो क्या दिये, उन्होंने तो समझा इसे मुस्कुराना भी नहीं आता
चलो आज अपना हुनर आजमाते हैं।तुम तीर आजमाओ, हम अपना जिगर आजमाते हैं -
चलो आज अपना हुनर आजमाते हैं।तुम तीर आजमाओ, हम अपना जिगर आजमाते हैं
तमाशा देख रहे थे जो डूबने का मेरे,अब मेरी तलाश मे निकले हैं कश्तियाँ लेकर।। -
तमाशा देख रहे थे जो डूबने का मेरे,अब मेरी तलाश मे निकले हैं कश्तियाँ लेकर।।
जिन्दगी के नज्म भी अजीब होते हैं साहब, किसी ने अबतक इल्तिजा नहीं की किसी और की खातिर -
जिन्दगी के नज्म भी अजीब होते हैं साहब, किसी ने अबतक इल्तिजा नहीं की किसी और की खातिर
मुबारक हो तुम्हें दीदार-ए-चांद।दीये का तो अस्तित्व ही अंंधेरों मे कैद है।। -
मुबारक हो तुम्हें दीदार-ए-चांद।दीये का तो अस्तित्व ही अंंधेरों मे कैद है।।
वो अधुरी मिली थी मुझे, अधुरा कर गई मुझे। और इस तरह़........ इश्क मुक्कमल हुआ -
वो अधुरी मिली थी मुझे, अधुरा कर गई मुझे। और इस तरह़........ इश्क मुक्कमल हुआ