दर्द ए जिंदगी कम नहीं इतने बुरे भी हम नहीं
किनारे पहुंच कर भी डूब रहे इस बात का भी हमें गम नहीं
दर्द ए जिंदगी कम नहीं इतने बुरे भी हम नहीं
चलती राहों पर लोग ठोकर मार रहे ऐसे भी हम पत्थर नहीं
दर्द है जिंदगी कम नहीं इतने बुरे भी हम नहीं
लोग बातों के कंकड़ मार रहे ऐसे भी हम समंदर नहीं
दर्द ए जिंदगी कम नहीं इतनी बुरी भी हम नहीं
औरों की पीड़ा समझ सके ऐसा कोई मन नहीं
दर्द ए जिंदगी कम नहीं इतने बुरे भी हम नहीं
Shaktiquotes007 ✍️-
Single
Akela hu pr kisi ki talash nahi hai
Khud pr hai bharosa kisi se aas... read more
वह खुदा ....
क्या किस्मत बनाई तूने मेरी
पतंग जैसी
उड़ेगी भी आन से
और कटेगी भी शान से
Shaktiquotes007✍️-
छठ पूजा का पावन पर्व करो मिलकर सूर्य देव को प्रणाम, आपको मिले सुख-शांति अपार छठ पूजा 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं…
🙏
ASTRAL ADHESIVES
SHAKTI KUNJ PATHAK-
जज्बात दिल में है
आंखो मे पानी है..
लब खामोश हैं
चहरे पर खुशी की निशानी है
Shaktiquotes007 ✍️-
जो अल्फ़ाज़ हम समझ ना सके
उस पर हम तुमसे क्या गिला करे....-
तुम और मै जैसे मिलकर हम हो जाते है कैसे
पहचान अलग हाती है हर राग अलग होती है
हम दोना की अपनी हर साज अलग हाती है
दोनों का प्यार एक होता है तो जान एक होती है
दोनों के स्वभाव अलग हो पर भाव एक सी होती है
नाम अलग हो फिर भी पहचान एक दूसरे से हाती है
अब मै और तुम को एहसास एक सी होती है
Shaktiquotes007✒-
करना तो अपनी चाहता हू पर सुनना उसका पड़ता है
जो रखता हुं दिल पर हाथ तो नाम उसी का आता है
दबा कर रखा है जज्बातो को उससे कहा ना जाता है
घूस्सा करना अगर चाहू तो दिल आड़े आ जाता है. .
दिल आड़े आ जाता है !
Shaktiquotes007 .✒-
जिंदगी गुज़र जाती है ज़ज्बात लिखने मे
उम्र गुज़र जाती हैं घाव भरने मे,
लग जाते हैं जख्मों के दाम
लोगों के समझ आने पर
पर मिटते नहीं निशान
दर्द को भुलाने पर
Shaktiquotes007 ✍️-
दर्द तब ना हुआ,
जब लब कुछ बोल रहे थे
दर्द तब हुआ,
जब लब खामोश हुए.....
Shaktiquotes007.-