Coz the lion of a circus
will never know how to rule
-
When you sat with me
on the porch
and watched me
having my coffee
and I watched the setting sun
borrowing glow from your eyes-
Do you remember
that yellow butterfly?
Yes! The one you found for me,
That lives in my balcony
with its whole family now...-
तेरे घर से
जो मेरे घर का रास्ता है
चंद गलियाँ,
कुछ पथर
और माथे की लक़ीरों का फ़ासला है-
यतीम किए कई
तुमने आसमाँ से
गिरा के बिजलियाँ,
और अपने बच्चों को
लोरी गाते हो
के अमन है, अमन है।।
-
अगर सब फूलों में ही महक होती,
तो चंपा जूड़े में क्यूँ गुँथती,
चमेली गजरे में क्यों सजती,
और गुलाबों से किसी का प्रेम कैसे जगा पाता
कोई हारा हुआ प्रेमी……
-
क्यूँकि
प्रेम तो निर्लिप्त होता है ना
तर्क से
समझ से
और वही प्रेम कर पाने की लालसा में ही शायद
तर्क लगा लेते हैं हम
-
मुझे अब सवालों से डर नहीं लगता
क्यूँकि मेरे पास सब सवालों के जवाब हैं
अब मुझे इस बात से डर लगता है
के अब मेरे पास सब सवालों के जवाब हैं-
ख़ुदा को परखता है
तू जो चारों पहर
यार ने पूछा इक सवाल
तो ख़फ़ा क्यूँ है-