चाय और इश्क़
मेरे पसंदीदा विषय है।-
वो रोटियां भले ही न गोल बनाती हो,
लेकिन नाक से बुलबुले खूब गोल बनाती है।-
नाक से बुलबुले बनानी वाली लड़कियां,
आज हमसे बातें बना रही है..!!-
मेरी जगह अब दूसरों ने ले रखी है,
मैंने इस बात पर भी तसल्ली रखी है.!!-
कुछ सवाल मुझे खुद से हैं,
तुम्हें जवाब देने की जरूरत नही है..!!-
बरगद की बराबरी करना चाहते हैं,
गमले में उगे हुए कुछ लोग.!
मुझे हरा भरा देखकर,
लाल पीले होते कुछ लोग.!
ज्ञान कम है, भाषा अधिक है,
जगह जगह बुराई बतलाते कुछ लोग.!
तप कर सोना बनने से डरते,
राख पर जलते बुझते कुछ लोग.!-
एक रोज किसी हादसे में गुज़र जाऊंगा,
लेकिन उससे पहले भी मैं मुस्कुराउंगा.!!-
मोहताज नही हूँ मैं तेरे इश्क़ का मगर,
ख्वाबों में एक शहर तेरे नाम का बसा रखा है.!!-
निराशा
काल्पनिक कहानियों को जन्म देती हैं
और फिर उन कहानियों को
सच करने के लिए
एक मसीहा आगे आता है..!!-
सुनो तुम सचमुच वही हो,
जिसे मैं अपनी शायरी में लिखा करता हूँ..!!-