हमारी संस्कृति बंधन जोड़ने की नहीं
बल्कि उन्हें निभाने की है-
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♥️♥️
Joined 23 January 2021
24 OCT 2024 AT 14:08
हम आप के शहर में तन्हा तो नहीं थे..
मगर कोई रिस्ता नहीं मिला आप की मुहब्बत से बढ़ कर-
20 OCT 2024 AT 16:06
कर्म के आगे किस्मत बेजान होता है..
जब कर्म खराब होता हैं तब किस्मत भी आंसू बहाती है.!🍁-
28 OCT 2022 AT 23:33
दिल है चराग़खना
मुफलिस ना तोड़ इसे..
फिर ग़म कि रात आयी
तो हम क्या जलाएंगे♥️-
7 MAR 2022 AT 9:29
कभी गुमशुदा,कभी रूबरू
कभी आइना,अभी अक्स तू
मेरे हमनवा,मेरी ख़्वाहिशे
मेरी शोहबते,तेरे नाम..
♥️-
2 MAR 2022 AT 13:45
कितना बदनशीब है वो शख्स..दर्द को बांट नहीं सकता..
और खुशी खरीदने की उसकी औकात नहीं..-
2 MAR 2022 AT 13:29
छोटी सी ज़िन्दगी में
बड़ी सी तुम्हारी यादें
और उससे भी बड़ा
हमारे-तुम्हारे बीच का फासला-