Lost Soul   (Monika)
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मेरे अनकहे लफ्ज़...
Joined 7 February 2019


मेरे अनकहे लफ्ज़...
Joined 7 February 2019
5 OCT 2023 AT 0:24

हक़ीक़त जानते हैं हम,
जिंदगी एक सराब है।

अनजान सी कशिश है,
अधुरे अनकहे से जज़्बात है।

नम सी आँखे रहती है,
अधूरे बिखरे से ख्वाब है।

वो आखरी मुकम्मल नींद,
जो आयी नही अब तक,
मै यहां बेसब्र बेइंतेहा,
सिर्फ उसका इंतज़ार है।

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3 OCT 2023 AT 22:14

हक़ीक़त जानते हैं हम,
जिंदगी एक सराब है।

अनजान सी कशिश है,
अधुरे अनकहे से जज़्बात है।

नम सी आँखे रहती है,
अधूरे बिखरे से ख्वाब है।

वो आखरी मुकम्मल नींद,
जो आयी नही अब तक,
मै यहां बेसब्र बेइंतेहा,
सिर्फ उसका इंतज़ार है।

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3 OCT 2023 AT 0:42

मन के छाले वो अज़ीयत है ,
जिनका मरहम नही होता है ।

गोया हमराह बहुत होते है ,
कोई हमदर्द नही होता है ।

ऐसे मंजर गुज़रे है क्या ही कहे ,
रूह-ए-एहसास से लहू बहता है ।

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20 DEC 2022 AT 18:56

अनजान रहगुज़र पे जो चल पड़े थे क़दम,
फिर अपनी समझ के हमने गैर की ज़िंदगी गुज़ार दी।

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8 OCT 2022 AT 5:46

तेरा वजूद ही यकीन है मेरे वजूद का,
तेरा होना किस क़दर ज़रूरी है मेरे लिए ।

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13 APR 2022 AT 0:43

ज़िन्दगी हादसों की एक कहानी है...

कभी तेरी कभी मेरी ज़ुबानी है...

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12 APR 2022 AT 1:27


गुज़रता है दर्द हद्द से तो बेदर्द हो जाते है...


अक्सर जज़्बात मेरे यूँ ही गर्द हो जाते है...


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3 FEB 2022 AT 0:20

क्यों दर्द ही है ज़िन्दगी के वास्ते,

मंजिल से तो बेहतर थे वो रास्ते।

इस तरह अजनबी हुए है खुद से,

आईने भी अब हमे नही पहचानते।



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2 FEB 2022 AT 18:42

क्यों दर्द ही है ज़िन्दगी के वास्ते,

मंजिल से तो बेहतर थे वो रास्ते।

इस तरह अजनबी हुए है खुद से,

आईने भी अब हमे नही पहचानते।



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2 FEB 2022 AT 13:58

ज़िन्दगी में ऐसे मोड़ आएंगे कभी सोचा न था,
हम दोनो अजनबी हो जाएंगे कभी सोचा न था।

रही मसरूफियत बहुत तेरे जाने के बाद लेकिन,
तेरे ख्याल इस तरह सतायेंगे कभी सोचा न था।

है भीड़ हर तरफ बला की और हम अकेले ही रहे,
दस्तूर-ए-ज़िन्दगी ऐसे निभाएंगे कभी सोचा न था।

याद में आपकी अश्को का बहना ये और बात है,
अश्क़ों में डूब कर मर ही जायेंगे कभी सोचा न था।

किया कभी गिला-शिकवा नही आपसे लेकिन,
मेरे सजदों से आप पत्थर हो जाएंगे कभी सोचा न था।

बे-हिसाब अज़ीयत होती है इन यादों से हमको,
ये ख्याल इस तरह रुलायेंगे कभी सोचा न था।

इस दर्द से कही बेहतर है मौत का आना लेकिन,
हम मौत को भी तरस जाएंगे कभी सोचा न था।


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