Lokesh Rao Sahab   (राव साहब)
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Joined 2 March 2020


Joined 2 March 2020
25 JUL 2021 AT 10:56

#Navodayans
@proudly_navodayans
❤️❤️
नशा बेशक़ है, पर किसी मयखाने से उठकर नहीं आया,
इसे नशा-ए-मोहब्बत कहो, या गुरूर-ए-जन्नत ......
वो जगह नवोदय है, जहाँ से हूँ मैं पढ़कर आया ।।
🤘🤘🤘

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7 JUL 2021 AT 7:03

I.G. @lokesh_rao_sahab_

माँ-बाप , महाकाल को हूँ मैं पूजता 🙏 ,
मैं बिलखते राहगीरों को गले लगाता हूँ ....
बाहुबलियों के आगे मैं सर नहीं झुकाता 🤫,
नेता नगरी के आगे अड़ जाता हूँ ...
मैं यादव जाति में पैदा हुआ 💪 ,
नाम के आगे 👑राव साहब👑 लगाता हूँ ...

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20 JUN 2021 AT 11:07

I.G. @lokesh_rao_sahab_

लहजे़ को संभाल , जुबाँ पर काबू रख ,
हम आशिक़ हैं , गुलाम नहीं तेरे ...
और यह तौर तरीके, अपनी अदायें अपने पास रख ;
हम गाँव के अकड़वाज हैं , शहर के नहीं तेरे ...

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17 JUN 2021 AT 20:20

I.G. @lokesh_rao_sahab_

शहर के शोर-शराबे से शिकवा नहीं मुझे ,
गाँव के पेड़ों की छांव बेहद पसंद है ...
यूं तो लगाया है शहर वालों ने गले भी मुझे ,
लेकिन गाँव का हर लम्हा बेशुमार है ...
असल में शहर से नफ़रत नहीं मुझे ,
लेकिन गाँव से बेपनाह मोहब्बत है ...

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17 JUN 2021 AT 19:07

I.G. @lokesh_rao_sahab_

वो राह चलते कहा करती थी ,
उसे तो अपना बनाकर छोड़ना है ;
यार वो जुबां की पक्की निकली ;
अब उसको बेवफा कहना तो बस बहाना है ।।

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17 JUN 2021 AT 6:04

I.G. @lokesh_rao_sahab_

असल जिन्दगी जी रहा हूँ ,
नकल करनी छोड़ दी मैंने ;
तजुर्बे से इरादे साफ कर रहा हूँ ,
नए मेहबूब पुरानी बातें सब छोड़ दीं मैंने ;
और लत बस अब एक शायरी की बची है ,
बाकी सारी छोड़ दी मैंने ।।

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1 APR 2021 AT 14:23

I.G. @lokesh_rao_sahab_

हमारी उभरती - डूबती कई कहानी बन गयीं हैं ..
जब से वो मोहतरमा हमारी रानी बन गयीं हैं 😁..

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13 FEB 2021 AT 10:22



ढूँढ़ मत मुझे , मैं कहीं नहीं गया ...
संभल कर चल ,तू है खोया हुआ..;

कोशिश कर, जहॉं से शुरू हुए थे 🤝🤝...,
आकर मिल वहीं , जहाँ हम दोनों एक हुए थे ;

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13 FEB 2021 AT 9:02

तेरे बिना जिन्दगी मुकम्मल नहीं ,
यह घर ...., शहर ...., जमाना ..,
सब अधूरा लगता है ,
तेरी ख्वाहिशों , को , मैंने भुलाया नहीं ,
यह नदियाँ .., पहाड़ .., वादियाँ ...,
सब सूना लगता है ,
बहुत ज्यादा , मेरी भी मन्नतें नहीं ,
यह दौलत .., शोहरत .., नाम ....,
तुझ पर सब लुटाना है ,
और , तू है जहाँ कहीं ,
यह मेहफूज..., हिफाज़त..., खैरियत ...,
सब पूछ्ना है ,
अरे ! तू मिल तो सही ,
तुझ पर ...अब अपना ...,
हक जताना है ,
_ राव साहब

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9 FEB 2021 AT 18:41


मेरे दिल में उतरने की ,तुम कोशिश न करना ..🤫
मैं दर्द लिखने का बस शौक रखता हूँ ..
इतनी आसानी से तोड़ दो , तुम दिल मेरा ......💔
मैं इतना कमज़ोर भी, दिल नहीं रखता हूँ ....
🤫🙏🙏🤫

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