किसने सोचा था ऐसा दिन भी होगा,कि बंद सारा जहां एक कमरे में होगा,अपने ही कतराते हुए मिलेंगे अपनों से,कि जंग से बत्तर भी इस दुनिया में कुछ और होगा। -
किसने सोचा था ऐसा दिन भी होगा,कि बंद सारा जहां एक कमरे में होगा,अपने ही कतराते हुए मिलेंगे अपनों से,कि जंग से बत्तर भी इस दुनिया में कुछ और होगा।
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अब ये "दिन" हमें मोहब्बत करना सिखाएगा?समुंदर को तालाब, अब बढ़ना सिखाएगा?हमने तो कहीं कई गज़लें हैं उसके लिए,अब ये दिन हमे क्या लहजा़ सिखाएगा? -
अब ये "दिन" हमें मोहब्बत करना सिखाएगा?समुंदर को तालाब, अब बढ़ना सिखाएगा?हमने तो कहीं कई गज़लें हैं उसके लिए,अब ये दिन हमे क्या लहजा़ सिखाएगा?
चलो उसे सच बताते है,हर जो खयाल दिल में है हमारे आज उसे जुबान पे लाते हैं,हा माना हमने, कुछ कहने से लौट थोड़ी आएगी वो हमारी जिंदगी में,चलो फिर भी , किस्मत एक बार और आजमाते हैं। -
चलो उसे सच बताते है,हर जो खयाल दिल में है हमारे आज उसे जुबान पे लाते हैं,हा माना हमने, कुछ कहने से लौट थोड़ी आएगी वो हमारी जिंदगी में,चलो फिर भी , किस्मत एक बार और आजमाते हैं।
मोहब्बत ने हम पर अजब सा सितम है ढा दिया , मैं जीना नहीं चाहता , वो मरने नहीं देता। -
मोहब्बत ने हम पर अजब सा सितम है ढा दिया , मैं जीना नहीं चाहता , वो मरने नहीं देता।
कभी किसी मोड़ पर मिल जाओ तुम तो नजरे चुरा ले ना,हम बड़ी मुश्किल से इस टूटे हुए, दिल को समेट कर बैठे हैं। -
कभी किसी मोड़ पर मिल जाओ तुम तो नजरे चुरा ले ना,हम बड़ी मुश्किल से इस टूटे हुए, दिल को समेट कर बैठे हैं।
जब उसकी जरूरत थी तो वो आया नहीं,ये मॉनसून तो मोहब्बत से भी बेवफा निकला। -
जब उसकी जरूरत थी तो वो आया नहीं,ये मॉनसून तो मोहब्बत से भी बेवफा निकला।
मैंने अपनी कलम को कुछ कहते देखा है अपनी व्यथा उसे बयां करते देखा है -
मैंने अपनी कलम को कुछ कहते देखा है अपनी व्यथा उसे बयां करते देखा है
आज पूरे देश में आक्रोश, गुस्सा और एक आग दिखाई देती है पर फिर एक गुड़िया आज मुझे, मोमबत्ती के सहारे दिखाई देती है -
आज पूरे देश में आक्रोश, गुस्सा और एक आग दिखाई देती है पर फिर एक गुड़िया आज मुझे, मोमबत्ती के सहारे दिखाई देती है
किसी रोज गली से तो गुजरो हमारी, ईद का चांद देखने का मन हमारा भी बहुत है। -
किसी रोज गली से तो गुजरो हमारी, ईद का चांद देखने का मन हमारा भी बहुत है।
तू खुदा से मिलने के लिए यह खूनी खेल में खेल,मेरी मान, मां की गोद में लेट और बहिश्त देख। -
तू खुदा से मिलने के लिए यह खूनी खेल में खेल,मेरी मान, मां की गोद में लेट और बहिश्त देख।