भूलना चाहती हो बहुत कुछ,
भूल पाओगी क्या?
एक बात बताओ ज़हन से मुझे,
मिटा पाओगी क्या?
तोहफ़े सारे लौटा दिए तुमने,
लम्हे जो साथ बिताये,
उन्हें वापस लौटा पाओगी क्या?
और मैं ये पूछता हूँ की,
मुझ जैसा इश्क़ फिर किसी से कर पाओगी क्या?
भूलना चाहती हो, भूल पाओगी क्या?-
I don't need sympathy.
Bluntly speaking guy.
Love टपरी की अदरख वा... read more
बेवज़ह लड़ रहा हूँ उससे,
उसके दिल में, खुद के लिए
नफरत पाने के लिए।-
जिसे बरसों अपनी निगाहों से सजाया सिर्फ प्यार करने के लिए,
देखो आज वो दुल्हन बन कर तैयार है किसी और के साथ जाने के लिए।-
तुम तो वफ़ा के किस्से सुनाया करते थे मुझे,
गैर के सामने बेपर्दा कब हुए पता ही नहीं चला मुझे।-
तेरा किसी और के साथ,
हमबिस्तर हो जाना नहीं तोड़ सकती,
यक़ीन ए मोहब्बत मेरा तुमसे।
मेने तुम्हारे जिस्म से पहले,
तुम्हारी रूह को जो चाहा है।-
तुम ख़याल हो,
ख़्वाब नहीं,
तुम सिर्फ एक सवाल हो,
जवाब नहीं,
तुम हसीन तो हो,
पर मोहब्बत के लायक नहीं,
"तुम करलो हज़ार कोशिशें,
पर मेरी कहलाने की अब हक़दार नहीं।"-
तुम मुझ से मेरा हाल पूछ रही हो!
लगता है मेरे जवाब में खुद का नाम ढूंढ रही हो।-
तुम जिस्मानी होने को मानते रहे
हक़ीक़त ए मोहब्बत,
और कोई शख्श तुझे देखने,
तपती धूप में छत पर आता रहा।-
तुम्हे खोने का कोई मलाल नहीं मुझे,
बस एक सवाल है ज़हन में जो कभी मिले तो पुछु तुझे,
की वो जो रात को साक्षी माने,
आसमान के सितारों को बाराती माने,
हमने लिए थे जो फैरे, वो तोड़ दिए तुमने?
(तुम्हे खोने का कुछ तो मलाल है मुझे)-
I miss kiss on your eyes,
Hand in your hands,
Together Crossing Kilometers of milestones,
With the Blink of your eyes,
Changing your No into Yes.
I miss you,
I miss your presence beside me,
I miss you yesterday and today.-