आजकल हम सिर्फ उनसे मिलने की फ़रियाद करते है
जहाँ भी जायें उन्ही को याद करते है
क्या कभी होगा हमारे नसीब मे वो शख्स मेरे महादेव
हर पल हम जिनका इंतज़ार करते है-
चली जांऊ कहीं बाहर तो जुबान क़ा ताला नही खोलती हूं
लिख... read more
उसे मांगने के लिए हम हर मंदिर
की चौखट पर माथा टेकते है
ऐ रब करदे तू थोड़ा सा करम
दे दे हमें वो जिसे पाने के लिए हम सदियों से तरसे है..-
काश ये वक़्त यही ठहर जाए
जिस वक़्त मे मुझे तेरा साथ मिला है
इस पल मे मिला तो दर्द भी मुझे क़ुबूल है
क्यूंकि दर्द जब तुझसे मिला तो दर्द से कैसा गिला है...-
मै बनी उसके इश्क़ मे राधा
जिसने अपने कान्हा से मोहब्बत तो की
लेकिन अपने कान्हा का साथ
अपनी किस्मत मे ना लिखवा सकी
अब कान्हा को रुक्मणि संग देखना पड़ता है
क्या करू मै तो अपने कन्हैया की होके भी
उनका प्यार ना पा सकी.....-
ना जाने किसकी बद्दुआ लगी है हमें की
एक ही तो शख्स को चाहा था हमने
और आज तक वो ही हमें ना मिल पाया
ए खुदा तू होजा मुझपे थोड़ा सा तो मेहरबान
वो ना सही पर मुझे दे दे तू कम से काम उसका ही साया......-
ये जो कुत्ते है ना ये यूँ ही भोकेंगे
हम शेर है जनाब ये हमें कहाँ तक रोकेंगे-
आज फिर देखा उस शख्स को किसी और के साथ
लगता है आज फिर किसी का दिल टूटने वाला है.....-
मै वो पहले वाली इंसान नहीं रही
जिसे सबकी खुशियों की परवाह थी
अब कोई खुश रहे या ना रहे हमें कोई फर्क नही पड़ता
क्यूंकि हम वो नही जिन्हे सबकी खुशियों की चाह थी..-
जब तक सिर्फ शायरी पढ़ते हो तब तक तो
तुम मोहब्बत को एक खूबसूरत पैगाम ही मानो
ये मोहब्बत असल मे कितना दुख देती है
ये तो तुम खुद मोहब्बत करो और खुद ही जानो....
-