अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना...
हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है...।
#बशीर_बद्र
#अज्ञात प्रेम
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳-
महफ़िल महफ़िल मुस्काना तो पड़ता है
खुद ही खुद को समझाना तो पड़ता है...।
उनकी आँखों से होकर दिल तक जाना
रस्ते में ये मैखाना तो पडता है...।
तुमको पाने की चाहत में ख़तम हुए
इश्क में इतना जुरमाना तो पड़ता है...।
#कुमार_विश्वास
#अज्ञात #प्रेम
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳-
रस्सी के इसपार है बाप और उसपार है उसकी बेटी इन दोनोंके बीच का अंतर है भूक...
जब भी थाली मे बचा हुआ खाना फेकोगे तो ये याद रखना की कोई पेट के लिए लढ रहा है रस्सी पर...
#SaveFood
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳-
❝ आनंद विकणारा आनंदीत असेलच असे नाही तो जगण्यासाठी आयुष्यात आनंद घेऊन फिरतोय इतरांसाठी.... तो त्याचा आनंद नसुन जगण्याची एक धडपड आहे...❞
#मेरी_डायरी
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳-
दर्शने स्पर्शणे वापि, श्रवणे भाषणेऽपि वा।
यत्र द्रवत्यन्तरङ्गं स, स्नेह इति कथ्यते॥
अर्थात:- यदि किसी को देखने, छूने, सुनने और उससे बात करने से आपके हृदय को आनंद मिलता है तो वह प्रेम है।
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳
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प्रेम बहुत रहस्यमय होता है,
पता ही नहीं चलने देता..
मिल रहा है या बिछड रहा है।
- हिंदी पंक्तीयां
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तुझे भुलने बैठा हूं,
और तेरी ही तस्वीर बना राहा हूं...
तुने ही तो कहा था....
जाओ जो मर्जी आये करो....
- हिंदी पंक्तीयां
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जो भी मिले उसे गले मिलाया करो,
जरा रुको, थोडा मुस्कुराया करो,
क्योंकी दुनिया में सारे गम सिर्फ तुम्हारे पास तो नही है ।
- हिंदी पंक्तीयां
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳-
चमक उठी सन सत्तावन में, वह तलवार पुरानी थी,
बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी ।।
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳-
तुजसाठि मरण तें जनन
तुजवीण जनन तें मरण
तुज सकल-चराचर-शरण चराचर-शरण
जयोऽस्तु ते! जयोऽस्तु ते!
श्री महन्मंगले शिवास्पदे शुभदे
स्वतंत्रते भगवती त्वामहम् यशोयुतां वंदे!
स्वा. विनायक दामोदर सावरकर
🇮🇳 राष्ट्र प्रथम 🇮🇳-