Yaad to tumhe behisaab kiya hai...
Or
Mohabbat usse bhi behisaab...-
Tammana to bahut thi tere sath jeene ki...
Pr tujhe hath chudane ki jaldi bahut thi...-
Nhi chahiye sona chandi...
Bss tum jhumke dila dena...
Nhi chah h branded ki...
Bss tum chunri ooda dena..-
तुम्हारे लिए सार्थक
ना हार किस्मत से , खुद को ज़रा संभाल तू
मुसीबतें तो आनी जानी है
आज है काली रात तो क्या हुआ
सूरज को कौन रोक सका है
हिम्मत रख ओर आगे बढ़
आगे रोशनी का झरोखा है
बार बार लाके मुसीबतों को
लेती है जिंदगी इम्तिहान भी
न टूटेंगे, ना ही गिरेंगे ज़िन्दगी में
हमनें भी तो सितमगर यही ठानी है
जो गिर गिर संभले है
उसने ही तो ठोकरों की औकात जानी है
खुद को संभाल ओर फिर उठ
ए ज़िन्दगी अभी "सार्थक "ने हार कहाँ मानी है,,,-
वो हमारी वफ़ा के दामन में दाग़ लगा बैठे हैं,,,,
हमें बेवफ़ा कह के,,,,
वो किसी और से दिल लगा बैठे हैं,,,,-
I m not his responsibility,,,,,
He spend sm time with me,,,
by the force of his heart....-