दुनियां के हजारों दफा पेड़ से अलग होने पे भी...
के फुल खिलते रहे
बेज़ान होके भी...
हम तो यूंही बिखर गए उनके हमारे जिंदगी से जानें से ही....-
These are my thought... read more
मुझे अब इस दुनियां में किसी की ख़बर का इल्म नहीं रखना....
मुझे इस बार फिर अपने बिखरे दिल में तेरे लिए प्यार नहीं देखना....-
है इस जिंदगी में सुनाने को...
फ़िलहाल तो कुछ नहीं
इस दिल में बसाने को...
हम बिखरे इस जंहा के मुसाफिर हैं, साहिब....
अल्फाज़ नहीं इस ज़बान पर...
आज आपके दरमियाँ सुनाने को...
की फ़िलहाल कुछ नहीं इस फ़कीर पे आपके नज़राने को...!-
I found no one around...
And this make me more stronger than i am already are...
Sometimes loneliness is the real teacher we can ever get...-
Of a person....
who is only seems to be part of you living in another body...
Who can look at you even when you had nothing...
Who can never be ashamed of you to be with...
Who can be only yours in every way...-
Is same as living life with shackles all around... It will leave deep enough marks and pain in your lively body....
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मरना अगर हाल हैं,
फिर...
यादें क्यु रह जाती है।
हम चाहतें है वज़ूद मिटना,
तो...
यह दिल में एक अजीब डर दे जाती है।
क्युकी शरीर मीट सकता हैं,
इस दुनियां से..
यादें तब भी दर्द दे जाती हैं...!!-
दिल चुप और मन भी उखड़ा हैं इस दुनियां से हमरा
क्यूंकि आप सही , हम गलत और कुछ हैं नहीं कहने को ,
अब क्या बचा हैं उलझने को दुनियाँ से हमरा
क्यूंकि आप सही , हम गलत और कुछ हैं नहीं कहने को ..! — % &-