मुख में राम बगल में छुरी
ऐसे मानस से रखो दुरि !!-
अपने मन चिन्तन को कागज के पटल पर रखता हुँ।... read more
ज़िन्दगी में कभी कभी
ऐसा भी मंज़र आता है।
सब कुछ लूटता देख कर भी
इंसान कुछ नहीं कर पाता है।-
गम़ के आंसू की यह
कहानी है,,
सीने में उठते दर्द की
निशानी है,,
समझने के लिए
अनमोल है,,
न समझने के लिए
पानी है,,-
तू ठाकुर में चाकर तेरों
मत हो ओडों टेडों रे...!!
औजी दीना रा दयाल
हाथ पकड़ मत छोड़ो रे...!!
बनाओ बिगड़ी,,,नाथ सुधारो सबकी..!
मोतियारी लडी,,,हीरा पन्ना सू जड़ी..!-
सागर जिसके पांव पखारे
हिमालय जिसका ताज है
आन बान शान जिसकी
यह हमारा हिंदुस्तान हैं-
हमेशा दूर रहो गम़ की परछाई से
सामना ना हो कभी तन्हाईओं से
हर अरमान हर ख्वाब पूरा हो आपका
यही दुआ है दिल की गहराई से
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ-
तुलसी इस संसार में,,
भांति भांति के लोग..!!
सबसे हिलमिल चलिए,,
जैसे नदी नाव सहयोग..!!-
मारने वाले से कह दो जाकर,,
मौत का खेल बुरा होता है...!!
अौरों के घर मोत देखने का सपना,,
अपने घर खड़ा होता है...!!-
हारता वो है
जो मन से हार जाता है
जीतता तो वह जो
परिस्थितियों से लड़ना जानता है-