काया से रूह तक का सफर ही जीवन है?? काया से रूह तक का सफर ही ,"जीवन है"! -
काया से रूह तक का सफर ही जीवन है?? काया से रूह तक का सफर ही ,"जीवन है"!
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जब अहम व सम्मान की जगह मजबूरियाँ और जिम्मेदारियां ज्यादा जरूरी हो जाऐ तब,,,,समझ लेना के अब आपको जिंदगी जीना आ गया है। -
जब अहम व सम्मान की जगह मजबूरियाँ और जिम्मेदारियां ज्यादा जरूरी हो जाऐ तब,,,,समझ लेना के अब आपको जिंदगी जीना आ गया है।
आपके गुण सब देख पाऐं ज़रूरी नहीं,,,कबाड़ी को तो श्री भगवत गीता भी कबाड़ ही लगती है, -
आपके गुण सब देख पाऐं ज़रूरी नहीं,,,कबाड़ी को तो श्री भगवत गीता भी कबाड़ ही लगती है,
शांत रहिये और धैर्य रखिये, वक्त एक दिन खुद हिसाब कर लेगा। -
शांत रहिये और धैर्य रखिये, वक्त एक दिन खुद हिसाब कर लेगा।
बदरंग और बेतरतीब सिलवटें हैं उन्हीं की शख्शियत पर,,, जिन्होंने चाहतों से ज्यादा नफ़रतें बटोरीं है। -
बदरंग और बेतरतीब सिलवटें हैं उन्हीं की शख्शियत पर,,, जिन्होंने चाहतों से ज्यादा नफ़रतें बटोरीं है।
मौका मिले तो खुद को साबित ज़रूर करना,,, और जो ना मिले तो भी कोशिश को जारी रखना। -
मौका मिले तो खुद को साबित ज़रूर करना,,, और जो ना मिले तो भी कोशिश को जारी रखना।
मेरे हर ख्वाब की उम्र तुमसे है ,,, तुम से शुरू हो कर और खत्म तुम तक है। -
मेरे हर ख्वाब की उम्र तुमसे है ,,, तुम से शुरू हो कर और खत्म तुम तक है।
दुनिया को तोलने से पहले,,, कृपया एक बार अपना तराजू भी जांच लें। -
दुनिया को तोलने से पहले,,, कृपया एक बार अपना तराजू भी जांच लें।
आप जहाँ से जाने के बाद पीछे क्या छोड़कर जाना चाहेंगे ??? बुराईभलाईशिकायतेंअफ़सोस या तारीफें (विचार करें) -
आप जहाँ से जाने के बाद पीछे क्या छोड़कर जाना चाहेंगे ??? बुराईभलाईशिकायतेंअफ़सोस या तारीफें (विचार करें)
हसरतें हज़ार पर....हासिल कुछ भी नहीं -
हसरतें हज़ार पर....हासिल कुछ भी नहीं