खिलौने बांटो गरीब बच्चों को
खुदा तुम्हें जन्नत देगा ,,,-
बड़ी मदहोशी हैं जिंदगी जीने में
मगर हम शराब नहीं पीते...!
उस जन्नत में
हर मौसम
सुहाने लगते थे...
ग़र मेहबूब के साथ
बैठ जाता तो
सूखे पतझड़ भी...
प्यार के सावन लगते थे
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वो नाराज़ हो जाते है
जब हम उन्हें छुपके से
देख लेते हैं...
थोडी-सी नाराज़गी में
हम जन्नत देख लेते हैं !!!-
धूल-कणों के
कई सदियों इंतजार के बाद
प्रकृति ने जन्म लिया होगा !
मोहब्बत करने वालों
इसे मोहब्बत करों !
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जिंदगी के साल कुछ यूं गुजर गए
जैसे कोई अपने आए,,,
और बिछड़ गए !!!
Happy new year-
ईश्वर बनने का
ख़्वाब कभी मत देखना
ईश्वर ने खुद
सामान्य बनकर जीवन जिया हैं !-