बड़े अतरंगी लोग हैं इस दुनियाँ के साहब
पूजते है जिन कन्याओं को नवरात्री में देवी बना कर
निकालते है घर से उन्हीं कन्याओ को चाटा मार कर
मीठी बोली भी कानों को उनके चुभती रहती हैं
आँखों में नफ़रते जो बेहिसाब भरती है
बस एक दिन की उन्हें माता मानकर
ज़ुल्म करता है इंसान उम्रभर तक
वाह रे मानव तेरी लीला भी बड़ी अपरमपार हैं
ना जाने कैसी भावनाओं से भरा ये संसार है
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